कोडरमा:दीपावली से पहले मिट्टी के दीए तैयार करने वाले कुम्हारों का हौसला बढ़ाने के लिए कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप ने जिले के अलग-अलग इलाकों में बसे कुम्हार परिवारों से मुलाकात कर उनसे एक लाख रुपये के दीए खरीदें. उपायुक्त रमेश घोलप के अलावा जिले के आला अधिकारियों ने भी कुम्हारों के घर पहुंच कर उनकी कला का मुआयना किया. जहां उन्हें मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन भी दिया.
पुश्तैनी व्यवसाय को जिंदा रखने का काम
उपायुक्त रमेश घोलप के इस पहल से मिट्टी के दीए तैयार कर रहे कुम्हार भी उत्साहित नजर आए और उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ हैं जब इतने बड़े पैमाने पर किसी ने उनके बनाए दीए की खरीदारी की हो. कोडरमा जिले के अलग-अलग इलाकों में तकरीबन 10 परिवार अभी भी अपने पुश्तैनी व्यवसाय को जिंदा रखे हुए हैं और बड़े पैमाने पर वोकल फॉर लोकल के नारे को सच साबित करते हुए दीयों का निर्माण कर रहें हैं. तकरीबन सभी मिट्टी के दीए तैयार करने वाले कुम्हार परिवारों से उपायुक्त रमेश घोलप ने मुलाकात की और उनकी समस्या को जाना. उपायुक्त रमेश घोलप और जिले के आला अधिकारियों ने इन कुम्हारों से उनके बनाये 1 लाख रुपये के मिट्टी के दीए खरीदे और मौके पर ही उनका नगद भुगतान किया.
कुम्हारों से पुशतैनी व्यवसाय जिंदा रखने की अपील इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर: बिहार जाने वाली लोकप्रिय ट्रेन टाटा छपरा पूजा स्पेशल की शुरुआत, यात्रियों में उत्साह मिट्टी के दीए का इस्तेमाल करने की अपील
उपायुक्त रमेश घोलप ने कहा कि मिट्टी के दीए हमारी सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हैं और इन्हें जीवित रखने में कुम्हार परिवार अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रयास के जरिए वे इन लोगों को इनके पुश्तैनी व्यवसाय के प्रति प्रोत्साहित करने का छोटा सा प्रयास कर रहे हैं और आम लोगों से भी मिट्टी के दीए का इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं. बड़ी संख्या में दीए की बिक्री होने से कुम्हार परिवार काफी खुश नजर आए और कहा कि इस बार की दीपावली उनके घर रोशनी लेकर आई है.
कुम्हारों से खरीदा गया दिया