कोडरमा: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर झारखंड सरकार ने गाइडलाइन जारी कर नदी, तालाब और डैम में छठ पर्व मनाने पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन छठ घाटों की सफाई जोर-शोर से की जा रही है. सफाईकर्मी लगातार छठ घाटों की सफाई में लगे हुए हैं. कोडरमा में भी छठ पूजा की तैयारी जोरों पर जल रही है.
कोडरमा में छठ घाटों की सफाई जारी, लोगों ने सरकार से की गाइडलाइन में बदलाव की मांग - Ban on celebrating Chhath festival in Dam
छठ पर्व को लेकर झारखंड सरकार के और से जारी गाइडलाइन का हर तरफ विरोध हो रहा है. कोडरमा में भी लोग हेमंत सरकार पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने गाइडलाइन को तुगलकी फरमान बताया है, साथ ही घाटों पर ही छठ मनाने की ठान ली है. छठ पर्व को लेकर लोग छठ घाटों की सफाई में भी जुट गए हैं.
छठ पर्व को लेकर राज्य सरकार के ओर से जारी गाइडलाइन का हर तरफ विरोध हो रहा है. लोग हेमंत सरकार पर भड़ास निकाल रहे हैं. विपक्ष से लेकर पक्ष भी सरकार से जारी गाइडलाइन पर विचार करने की मांग कर रहे हैं. कोडरमा में छठ घाटों की सफाई करवा रहे आयोजकों ने सरकार से मांग की है कि सरकार अपने गाइडलाइन में तुरंत संसोधन करे, सरकार का यह तुगलकी फरमान है, जिसे हर हाल में सरकार को बदलना होगा. लोगों का कहना है कि अगर सरकार गाइडलाइन में संसोधन नहीं भी करती है, तो भी नदी, तालाब और डैम में छठ पर्व मनाएंगे.
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छठ महापर्व को लेकर सरकार के जारी गाइडलाइन पर हेमंत सरकार चौतरफा घिर गई है. सोशल मीडिया पर हेमंत सरकार कि किरकिरी हो रही है और लोग सरकार को जमकर कोश रहें हैं. लोगों ने कहा कि दुमका और बेरमो उपचुनाव में नेताओं की बड़ी-बड़ी रैलियां आयोजित की गई, जिसमें सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई गयी, उस समय कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुआ. लोगों ने हेमंत सरकार को हिंदू विरोधी बताया है. लोगों का कहना है कि जिस तरह से सरकार ने लोक आस्था का महापर्व को लेकर तुगलकी फरमान जारी किया है, वह किसी भी हालत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा.