कोडरमा:कोडरमा के झुमरी तिलैया नगर परिषद क्षेत्र में अहरा तालाब के सौंदर्यीकरण का काम ग्रामीणों के विरोध के कारण रोक दिया गया है. जिसका सौंदर्यीकरण का काम तकरीबन 2 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है. इस काम को लेकर 14 अगस्त को इसका शिलान्यास भी किया गया था. लोगों का आरोप है कि बिना मुआवजा दिए ही प्रशासन द्वारा इस काम को कराया जा रहा है. जिसका हम विरोध कर रहे हैं. लोगों ने तालाब के बीचोबीच रैयती प्लॉट होने का बोर्ड भी लगा दिया है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन जिस महतो अहरा तालाब के सौंदर्यीकरण की योजना लाई है. वह रैयती प्लॉट पर है. इससे पहले भी एनएचएआई द्वारा अधिग्रहण किए जाने के कारण उसका मुआवजा मिला है, लेकिन इस बार प्रशासन बिना मुआवजा दिए जबरन कार्य करना चाह रही है. उन्होंने आगे कहा कि यह तालाब उनकी पुस्तैनी प्रॉपटी है, तकरीबन 40 परिवार के खेतों में इस तालाब से पटवन किया जाता था. लेकिन बिना उन्हें बताए तालाब का पानी भी बहा दिया गया. इसके बाद अब तालाब पर सौंदर्यीकरण की योजना पास कर काम किया जा रहा था. जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू किया और तालाब के बीचोबीच रैयती प्लॉट होने का बोर्ड भी लगा दिया है.
इस मामले को लेकर उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि मामले की जांच कराई जााएगी. अगर इस तालाब का टेंडर निकाला गया है तो, लैंड पोजीशन सर्टिफिकेटव भी नगर परिषद के पास होनी चाहिए.