खूंटी: ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद पहली बार अपने गृह जिले खूंटी पहुंची महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान का अभूतपूर्व स्वागत हुआ. ढोल-नगाड़ों की थाप पर आदिवासी पारंपरिक नृत्य के साथ जुलूस निकाला गया. इसमें खूंटी हॉकी संघ, क्रिकेट संघ, फुटबॉल संघ, बिरसा मुंडा खेल संघ समेत जिले के कई गैर राजनीतिक संगठन के लोग शामिल हुए. बिरसा कॉलेज, एसएस प्लस टू, उर्सुलाइन और डे-बोर्डिंग हॉकी खिलाड़ियों ने भी झारखंड की दोनों बेटियों का खूब मान-सम्मान किया.
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जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने भी निक्की और सलीमा को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया. ओलंपिक खेल चुकी निक्की और सलीमा ने जिले के अधिकारियों और बिरसा कॉलेज के शिक्षकों को हॉकी स्टिक पर ऑटोग्राफ दिया. निक्की प्रधान और सलीमा टेटे दोनों खिलाड़ी खूंटी में पारंपरिक अंदाज में स्वागत होने से अभिभूत नजर आए. खूंटी की जनता ने दोनों ओलंपियन बेटियों को फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
डीसी ने दी शुभकामनाएं
उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने दोनों बेटियों को आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरक बताया और कहा कि खेल के क्षेत्र में गरीबी के बावजूद हमारे इलाके में खेल प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है. खेल प्रतिभाओं को निखारने में कोच की मुख्य भूमिका होती है. हॉकी के साथ-साथ अन्य खेलों को भी आगे बढ़ाया जाएगा. निक्की प्रधान और सलीमा के नक्शे कदम पर अब आने वाली पीढ़ियां भी खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगी. झारखंड की दोनों बेटियों को जिले के डीसी, एसपी समेत अन्य लोगों ने आने वाले राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए शुभकामनाएं भी दी गईं.
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देश को मेडल दिलाना है लक्ष्य- निक्की प्रधान
कार्यक्रम के बाद दोनों बेटियों ने स्थानीय पत्रकारों की ओर से पूछे गए कई सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. ओलंपियन निक्की प्रधान की शादी को लेकर उसके परिवार वाले काफी समय से प्रयासरत हैं, लेकिन निक्की की मनाही पर शादी नहीं हो पाई है. निक्की ने व्यक्तिगत सवालों का बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल शादी का कोई इरादा नहीं है. उनका सीधा मकसद है देश को मेडल दिलाना जो वे दिलाकर रहेंगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें टूर्नामेंट की तैयारी करनी है न कि शादी.