खूंटीः जिले में वैक्सीनेशन का विरोध थमने का नाम नही ले रहा है. जिले के रनिया और तोरपा प्रखंड अंतर्गत दो घटनाएं सामने आ चुकी है, जहां सर्वे टीम पर जानलेवा हमला हुआ. हालांकि मामले पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया.
यह भी पढ़ेंःरामगढ़ के बरकाकाना में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में लगी भीषण आग, इलाके में फैल रहा धुएं का गुबार
दूसरी ओर खूंटी प्रखंड अंतर्गत बारूडीह पंचायत क्षेत्र के पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने प्रखंड पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर क्षेत्र में सर्वे न करने व वैक्सीनेशन कार्य न करने को कहा है.
पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर इसका विरोध किया है. ये वही इलाका है जो कभी पत्थलगढ़ी कर सरकार और सरकारी योजना का बहिष्कार करते थे. समानांतर सरकार के दंभ भरने वाले नेताओं का मुख्य केंद्र के तौर में भी जाना जाता रहा है जिकिलता.
प्रसार वाहन को रोका
ईटीवी भारत को इससे संबंधित दस्तावेज मिले है. जिसमे ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन देने का जिक्र है. सोमवार को प्रखंड कार्यालय में प्रखंड पदाधिकारी के नेतृत्व में हो रही बैठक के दौरान महिला पर्यवेक्षिका द्वारा भी इसका खुलासा किया है, जहां बताया गया कि बारूडीह पंचायत में ग्रामीणों द्वारा जिकिलता एवं पोसया में प्रसार वाहन को रोक दिया गया और क्षेत्र में भ्रमण न करने की बात कही गई है.
सोमवार को हुए बैठक में इस संबंध में जिकिलता और पोसया के ग्राम प्रधान के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया है, वहां ये निर्देश दिया गया कि जल्द ही वहां के ग्रामीणों से संवाद कर ग्रामीणों को सजग करें. साथ ही छोटा सालरे और बड़ा सालरे के ग्राम प्रधान एवं उसके द्वारा ग्रामसभा में टीका न लेने संबंधी घोषणा की.