खूटी: जनवरी के महीने में फॉल में पर्यटकों की भीड़ देखी जाती है. लोग झारखंड के प्राकृतिक मनोरम दृश्य का लुत्फ उठाते हैं, लेकिन खूंटी जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में अब विदेशी मेहमान नली-नाले और फॉल को देखने नहीं बल्कि तोरपा इलाके में महिला संघ की सदस्य किस तरह बंजर भूमि में हरा सोना उगा रही हैं. इसे देखने और समझने आते हैं.
बारह सदस्यीय दल खूंटी पहुंचा
नीदरलैंड, पुर्तगाल और चीन से बारह सदस्यीय दल पहुंचा खूंटी पहुंचा है. गैर सरकारी संस्था प्रदान लगातार तोरपा के गुफू, बोतलो, लोहाजिमी, फटका इलाके में महिलाओं के साथ ग्रामीण आजीविका पर कार्य करता रहा है. ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग के सहयोग से मनरेगा के तहत कई महिला मंडलों ने आम बागवानी, समेकित कृषि कार्य, नगदी फसलों की खेती, मुर्गी पालन, मधुपालन, बकरीपालन, सुकरपालन, मशरूम उत्पादन और मछली पालन जैसे आजीविका के माध्यमों ने तोरपा प्रखंड के सुदूरवर्ती इलाकों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है.
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महिलाओं को मिल रहा गैर सरकारी संस्था का सहयोग
विदेशी दल ने सिनजिंटा फाउंडेशन और प्रदान के संयुक्त सहयोग से लगाए गए सोलर चालित माइक्रो लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम को देखा कि कैसे महिलाएं इसका फायदा उठाकर बड़े पैमाने पर तरबूज की खेती कर रही हैं. कई महिलाएं आज की तारीख में एक लाख से लेकर दो-ढाई लाख तक की आमदनी कर रही हैं.