खूंटी: झारखंड में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक विद्यालय है. विद्यार्थियों की संख्या भी इन विद्यालयों में अच्छी खासी देखी जाती है. इन विद्यालयों में शिक्षक भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में पीछे नहीं हटते हैं, लेकिन इन विद्यालयों के शिक्षकों का गुजारा दुकानों से मिले उधार पर टिकी होती है.
खूंटी के अल्पसंख्यक प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को पिछले 9 महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. झारखंड के अन्य सभी जिलों के अल्पसंख्यक विद्यालयों का भुगतान 2019 में ही किया गया, लेकिन खूंटी जिले के अल्पसंख्यक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों का भुगतान अलॉटमेंट के बावजूद अधर में लटका हुआ था. शिक्षकों को विधानसभा चुनाव से पहले भुगतान की उम्मीद थी लेकिन अबतक नहीं हुई है.