खूंटी: प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर सुखराम गुड़िया उर्फ रोड़े को रविवार (30 अप्रैल) को तपकरा थाना क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सोमवार (1 मई) को उसकी निशानदेही पर पुलिस को कई हथियार मिले है. जिसमें पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का जर्मन राइफल एचके 33 शामिल है. इसके अलावा पुलिस ने लोडेड एके 47, 24 जिंदा कारतूस, 16 मोबाइल फोन और एक लाख 73 हजार 700 रुपये बरामद किए है.
इन सामानों की हुई बरामदगी:चाईबासा जिला के गुदरी थानांतर्गत जंगली क्षेत्र के तेनतारी पहाड़ और बंदगांव थानांतर्गत सोगा में चाईबासा जिला बल एवं सीआरपीएफ के साथ खूंटी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का जर्मन राइफल, मैगजीन, 315 बोर का दो देसी राइफल एवं मैगजीन, एक देसी पिस्टल, 245 जिंदा गोली, एक दूरबीन दो चितकबरा पाउच सहित अन्य सामान बरामद किया है.
आतंक का पर्याय बना था सुखराम: पीएलएफआई सुप्रीमो का करीबी रहा सुखराम गुड़िया खूंटी, गुमला व चाइबासा जिले में आतंक बना हुआ था. विकास कार्यों में लगे वाहनों में आगजनी कर दहशत पैदा कर लेवी वसूलता था. लेवी की राशी दिनेश गोप को भी पहुंचाया करता था. साथ ही क्षेत्र में नए युवकों को संगठन से जोड़ रहा था. कुछ दिन पूर्व चाईबासा जिले के आनंदपुर इलाके में विकास कार्य में लगी एक जेसिबी को आग लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश की थी.
खूंटी एसपी अमन ने दी जानकारी:खूंटी एसपी अमन कुमार ने सोमवार देर शाम अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस कर इसका खुलासा किया है। एसपी अमन कुमार ने बताया कि रविवार को यह सूचना मिली कि सुखराम गुड़िया अपने दस्ते के साथ तपकरा थाना क्षेत्र में लेवी के लिए आया था. साथ ही इस दौरान विकास कार्य स्थल पर लेवी वसूलने के उद्देश्य से मुंशी के साथ मारपीट कर उसे धमकाया था. छापामार टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए तुरंत मौके पर पहुंची. पुलिस को देखते ही नक्सली दस्ता भागने लगे. पुलिस ने पीछा कर हथियार सहित धर दबोचा. बताया गया कि सुखराम के विरुद्ध जिला के तोरपा, तपकरा, मुरहू एवं चाईबासा के बंदगांव, आनंदपुर और गुदरी थाना में हत्या आर्म्स एक्ट, 17 सेक्टर सीएलए एक्ट, विस्फोटक अधिनियम समेत कई संगीन धाराओं में 27 मामले दर्ज हैं.
ये थे टीम में शामिल:सुखराम को पकड़ने वाले छापामार टीम में एएसपी रमेश कुमार के अलावा तोरपा डीएसपी ओमप्रकाश तिवारी, तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, तपकरा थाना प्रभारी रंजीत किशोर, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार सहित अन्य जवान शामिल थे. वहीं गिरफ्तार नक्सली के निशानदेही पर हथियार बरामद करने वाले छापामार टीम में सीआरपीएफ 94 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी पीआर मिश्रा, एएसपी अभियान रमेश कुमार चक्रधरपुर के डीएसपी कपिल चौधरी, तोरपा डीएसपी ओमप्रकाश तिवारी, तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह सहित रनिया एवं बंदगांव के थाना प्रभारी अविनाश कुमार, पुअनि सतीश कुमार सहित सीआरपीएफ 94 बटालियन और सीआरपीएफ के क्यूआरटी 94 के अलावा सीआरपीएफ के जवान व जिला बल के जवान शामिल थे.