खूंटीःखूंटी में जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जनजागरण प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता के समापन समारोह में शनिवार को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों का शॉल भेंट कर की गई. कार्यक्रम पद्मभूषण कड़िया मुंडा (Padma Bhushan Kariya Munda) ने जनजातीय समाज का आजादी के संघर्ष में योगदान पर शोध कराए जाने पर जोर दिया.
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बता दें कि 5 दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में वीडियो गेम के साथ-साथ विभिन्न स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाए गए थे. इस दौरान लोक गायक पद्मश्री मधु मंसूरी ने गीतों की प्रस्तुति दी. जबकि बतौर मुख्य अतिथि लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष पद्मभूषण कड़िया मुंडा ने कहा कि जनजातीय इतिहास विशेषकर झारखंड के जनजातीय समाज का आजादी के संघर्ष में योगदान पर शोध कर उनके त्याग, संघर्ष को जन जन तक पहुंचाने का ठोस प्रयास होना चाहिए.
पद्मभूषण कड़िया मुंडा ने कहा कि उलीहातु में बिरसा मुंडा कॉम्पलेक्स में शोध के लिए एकेडमी हो, लाइब्रेरी हो और संग्रहालय भी हो. साथ ही बिरसा मुंडा कॉन्प्लेक्स में न केवल झारखंड के जनजातीय समाज के बारे में जानकारी हो, बल्कि देशभर के समस्त जनजातीय समाज की जानकारी और उनके सुनहरे इतिहास का विवरण इकट्ठा किया जाय.
भारत सरकार के सूचना कार्यालय एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो के पूर्वी जोन के महानिदेशक भूपेंद्र कैंथोला ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से नई पीढ़ी को बहुमूल्य जानकारियां प्राप्त हुईं हैं.
भारत सरकार के सूचना कार्यालय एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो महानिदेशक अखिल कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने भारतीय इतिहास और संस्कृति में जनजातियों के विशेष स्थान और योगदान को सम्मानित करने व पीढ़ियों को इस सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय गौरव के संरक्षण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से वर्ष 2021 में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया है. यह दिवस हर साल मनाया जा रहा है.