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अफीम पर नकेलः अब तक 100 करोड़ से अधिक का अफीम बरामद, 150 गिरफ्तार

खूंटी में नक्सलवाद और अफीम की खेती लगातार चुनौती बनती जा रही है. जिला में दो साल के भीतर अब तक 100 करोड़ से ज्यादा का अफीम बरामद किया और 150 से ज्यादा गिफ्तारियां की. फिर भी जिला में इसकी खेती पर लगाम नहीं लग पा रहा है.

more than 100 crores of opium recovered in khunti
अफीम पर नकेल

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Published : Nov 25, 2020, 10:59 AM IST

खूंटीः झारखंड का खूंटी जिला जहां दो वर्षों के भीतर 150 से अधिक अफीम माफियाओं की गिरफ्तारियां हुई है. जबकि 100 करोड़ से अधिक का अफीम और अफीम का डोडा पुलिस जब्त कर चुकी है, बावजूद इसके जिला में इस वर्ष भी तस्करों ने वृहद पैमाने पर अफीम की खेती लगाई है. जिला में वृहद पैमाने पर हुई अफीम की खेती से पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.

जानकारी देते एसपी


लोगों को कर रहे जागरूक

पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने ईटीवी भारत को दिए बयान में खुलासा किया है कि जिला अफीम का गढ़ बनता जा रहा है, दावा जरूर है कि गढ़ बनने से पहले इसे रोकना है. खूंटी पुलिस पहले लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी. जिसमें जिला स्तर से लेकर ब्लॉक, पंचायत, गांव से लेकर बाजार तक पहुंचेगी. जहां ग्रामीणों को अफीम के दुष्प्रभाव को लेकर बताएगी. पुलिस ग्रामीणों को ये भी बतलाने का काम करेगी कि पकड़े जाने पर क्या सजा मिलती है और कितने वर्षों तक जेल में रहना पड़ सकता है. इस अभियान में वन विभाग, राजस्व एवं अंचलाधिकारी और जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा. एसपी का मानना है कि जनजागरूकता से ही अफीम की खेती में कमी लाई जा सकती है.


2 साल में 6 हजार किलो अफीम जब्त

दो वर्षों के भीतर खूंटी पुलिस ने 100 किलो अफीम और 6000 किलो अफीम का डोडा समेत लगभग 2 करोड़ रुपए से अधिक नकद पुलिस ने सीज किया. खूंटी पुलिस गिरफ्तार अफीम माफियाओं और जेल से छूटे अफीम माफियाओं पर निगरानी रखने को लेकर टीम बनाई है. टीम का काम है कि माफियाओ की गतिविधियों पर निगरानी रखना और कार्रवाई करना. एसपी ने बताया कि जल्द ही अफीम की खेतों तक पुलिस की टीम पहुंचेगी और नशे की फसल की नष्ट करने का अभियान शुरू होगा. पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष खूंटी पुलिस कोई कोताही नहीं बरतेगा ताकि माफियाओं का मनोबल बढ़े और जिला बदनाम हो. उन्होंने सभी थानेदारों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई भी थानेदार कोताही बरती तो थानेदार पर कार्रवाई होगी.

ईटीवी भारत को बयान देने से पूर्व एसपी आशुतोष शेखर की अध्यक्षता एसपी कार्यालय कक्ष में जिले के सभी पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जहां थाना स्तर पर सिलसिलेवार जानकारी ली गई. जहां पता चला कि तीन वर्षों में 70 मामले लंबित है. जिसमें अधिकांश मामले नक्सली कांडों से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा जिला में की गई वृहद अफीम की फसल. एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को अफीम की खेती पर रोक लगाने, नक्सल अभियान को तेज करने, लंबित मामलों को जल्द से जल्द निष्पादन करने एवं फरार अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का सख्त निर्देश दिया.

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अफीम की खेती पर नकेल

क्राइम मीटिंग के दौरान एसपी आशुतोष शेखर ने एसडीपीओ, इंस्पेक्टर और थाना प्रभारियों से अफीम की खेती के खिलाफ कार्रवाई प्रारंभ करने का निर्देश दिया. साथ ही थाना और गांव स्तर पर अफीम की अवैध खेती के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश भी दिया. अफीम मामले में हाल के दिनों में जेल से निकले लोगों पर भी नजर रखने का निर्देश एसपी ने दिया. क्राइम मीटिंग के दौरान एसपी ने लॉ एंड ऑर्डर नक्सल अभियान में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया. क्राइम मीटिंग के दौरान दो-तीन वर्ष पूर्व के मामलों को जल्द से जल्द निष्पादन करने का निर्देश भी दिया गया. फरार वारेंटियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश भी दिया. मौके पर एएसपी अभियान रमेश कुमार, एसडीपीओ आशीष कुमार महली, डीएसपी मुख्यालय जयदीप लकड़ा, एसडीपीओ तोरपा ओपी तिवारी, सर्किल इंस्पेक्टर राधेश्याम दास, राजेश रजक समेत सभी इंस्पेक्टर थाना प्रभारी उपस्थित रहे.

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