खूंटी: दस वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. दुष्कर्म के एक वर्ष के बाद भी नाबालिग ना तो सदमें से उबर नहीं पायी है और ना ही मानसिक एवं शारीरिक रूप से ठीक हो पाई है. बच्ची की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बच्ची की समुचित इलाज में जुटा हुआ है. जिला प्रशासन ने पीड़ित को विक्टिम कंपनसेशन योजना के तहत उसके परिजन को तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है (District Administration Gave Compensation to Rape Victim)
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मौके पर विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने दुष्कर्म पीड़िता दस वर्षीय बच्ची की खराब स्थिति से जिला प्रशासन को अवगत कराया और बच्ची को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की अपील भी की. जिसके बाद जिला प्रशासन ने बच्ची के समुचित उपचार के लिए तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई. खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, डीसी शशि रंजन सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़िता के परिजनों को तीन लाख रुपये का चेक (MLA Neelkanth Singh Munda handed check to rape victim). सौंपा. उन्होंने कहा कि आर्थिक मदद मिलने से अब बच्ची का समुचित उपचार हो सकेगा.
मौके पर उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि दुष्कर्म पीड़िता बच्ची की खराब स्वास्थ्य की जानकारी मिलते ही तुरंत बच्ची को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख- रेख में बच्ची का उपचार कराया गया. उन्होंने बताया कि इलाज के बाद से बच्ची के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है. गौरतलब है कि ईटीवी भारत ने 21 सितंबर को जिंदगी और मौत के बीच झूल रही आदिवासी दुष्कर्म पीड़िता, ट्यूब के सहारे भोजन करा बचाई जा रही जान शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी.