खूंटी: राज्य के कृषि और सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने प्रवासी मजदूरों को झारखंड में ही काम दिलाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मजदूरों के सपनों को झारखंड में पूरा करने का समय आ गया है. अबुआ दिसुम, अबुआ राज का सपना अपने लोगों के साथ हाथ बंटाने से ही संभव हो सकेगा.
मंत्री ने कहा कि काफी जिल्लत भरी जिंदगी पिछले दो माह में प्रवासी मजदूरों ने झेली है, यातनाएं सही हैं. उन्हें अब झारखंड में ही रहकर झारखंड के नवनिर्माण में जोड़ने की जरूरत है. इन प्रवासी मजदूरों का ठहराव कैसे झारखंड में हो इसकी चिंता हम सबों को करने की जरूरत है. क्रैस क्रॉप, शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म प्लान के तहत साल हर साल कैसे कृषि और अन्य कार्यों से मजदूरों को जोड़ा जाए इसके लिए मिल-बैठकर कार्य करने की जरूरत है.