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खूंटी पुलिस ने जमीन खोद कर ढूंढ निकाली दिनेश गोप की जिप्सी, एक स्कूल के पीछे से किया गया बरामद - etv news

पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. खूंटी पुलिस ने दिनेश गोप की जिप्सी को जमीन के अंदर से ढूंढ निकाला है. एक स्कूल के पीछे से इसे बरामद किया गया है.

police found Dinesh Gope personal gypsy
police found Dinesh Gope personal gypsy

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Published : May 31, 2023, 3:58 PM IST

खूंटी: पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से पूछताछ में पुलिस को कई जानकारियां मिली हैं. जिस पर लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में खूंटी पुलिस ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की पर्सनल जिप्सी को बरामद किया है. इसी जिप्सी से दिनेश गोप इलाके में घुमा करता था. पुलिस ने इसे एक स्कूल के पीछे से जमीन की खुदाई कर बरामद किया है.

यह भी पढ़ें:सिमडेगा में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की निशानदेही पर मिले दो बम, किया गया डिफ्यूज

इस स्कूल का निर्माण दिनेश गोप ने ही कराया था. खूंटी पुलिस की टीम स्कूल के पीछे जमीन की खुदाई करवा रही है. कयास लगाया जा रहा है कि दिनेश गोप द्वारा छिपाए गए अन्य सामान भी बरामद हो सकते हैं. गौरतलब है कि दिनेश गोप ने रनिया थाना क्षेत्र के गरई में विद्या विहार के नाम से एक बड़ा स्कूल बनवाया है, जहां इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई होती है. इस स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चों को नि:शुल्क फ्री पढ़ाया जाता है.

15 किलो के दो बम हुए बरामद: इसके पहले एनआईए की टीम दिनेश गोप को साथ लेकर खूंटी और सिमडेगा जिले में छापामारी करने निकली थी. पुलिस दिनेश गोप द्वारा छिपा कर रखे गए हथियारों को तलाश रही थी. पहले खूंटी जिले के रनिया में छापामारी की गई, इसके बाद सिमडेगा के महाबुआंग थाना क्षेत्र में छापामारी की गई. एनआईए और पुलिस की टीम दिनेश गोप के पुराने ठिकानों पर छापामारी कर रही थी. इस छापामारी में दिनेश गोप की निशानदेही पर पुलिस को दो बम बरामद हुए. महाबुआंग थाना क्षेत्र के महुआ टोली जंगल के मनिसाय पहाड़ के पास से पुलिस को 15 किलो के ये दोनों बम मिले. जिसके बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ने बम को डिफ्यूज किया.

दिनेश गोप को भेजा गया जेल: वहीं बता दें कि रिमांड अवधि पूरी होने के बाद दिनेश गोप को जेल भेज दिया गया है. 22 मई को कोर्ट ने दिनेश गोप को 8 दिनों की एनआईए रिमांड पर भेजा था. जिसके बाद 30 मई को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उसे वापस कोर्ट में पेश किया गया. जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.

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