खूंटीः झारखंड की माटी, जनजातीय समुदाय का एक ऐसा चेहरा, जिन्होंने अपने विचार और आचरण की बदौलत प्रदेश की सियासत को बुलंदियों पर पहुंचाया. झारखंड की सियासत में अच्छी पकड़ रखने वाले कड़िया मुंडा आज भी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं. राजनीतिक कोलाहल से दूर आज वो अपने गांव खूंटी जिला के अनगड़ा में खेती-बारी में व्यस्त हैं. ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत (ETV Bharat Interview Padma Bhushan Kariya Munda) की है और झारखंड के विकास और सियासी पहलुओं पर उनकी राय से रूबरू हुए.
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झारखंड के खूंटी जिला से 8 बार सांसद, लोकसभा उपाध्यक्ष, 2 बार विधायक व भाजपा सरकार में कोयला मंत्रालय एवं अन्य विभागों के मंत्रालय संभालने वाले भाजपा के कद्दावर नेता व पद्मभूषण से सम्मानित कड़िया मुंडा ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत. कड़िया मुंडा अपने 45 साल के राजनीतिक सफर (political journey of Kariya Munda) और झारखंड की सियासत पर बेबाक बोलते दिखे. झारखंड में गरमाई सियासत और माननीयों का झारखंड छोड़ बाहरी राज्यों में चले जाने पर कड़िया मुंडा ने कहा कि किसी भी दल के विधायक या दल को विधायकों पर विश्वास नहीं है और विधायकों को भी अपने नेता पर विश्वास नहीं है. झारखंड में कुछ दिनों से ऐसा ही दिख रहा है. लोगों को बेवकूफ बनाकर सत्ता हथिया लिया और धरातल पर कोई कार्य नहीं किया. झारखंड की जनता से यहां के नेता राजनीति तो कर रहे हैं कूटनीति भी करने लगे हैं. जिस कारण आज के नेताओं को अपने पद की चिंता है ना कि जनता की. दोनों पार्टी अपने ही दल के विधायकों को अपने विश्वास में नहीं ले पाए हैं. केवल पद के लिए इस तरह की राजनीति करेंगे तो ऐसा ही होगा कि जीतेंगे तो विधायक बनेंगे, मंत्री बनेंगे और पैसा कमाएंगे. जनता बहुत उम्मीद से विधायक नेता चुनती है लेकिन विधायक जीतने के बाद आम लोगों से कट जाते हैं.
झारखंड की वर्तमान राजनीतिक हालात को लेकर पद्मभूषण कड़िया मुंडा ने कहा कि इन 22 साल में झारखंड में सिर्फ राजनीति ही हुई है. झारखंड के सभी मुख्यमंत्रियों ने बैनर पोस्टर के माध्यम से खूब विकास किया. लेकिन जमीनी स्तर से आज भी बुनियादी सुविधाओं की कमी है. झारखंड गठन के बाद सबसे ज्यादा भाजपा ने शासन किया बावजूद भाजपा सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने भी झारखंड के बुनियादी ढांचा का विकास नहीं (Jharkhand not developed said Kariya Munda) किया. झारखंड निर्माण के 22 साल गुजर गए लेकिन आज भी आधारभूत संरचनाओं के विकास का कार्य नहीं हुआ है. साथ ही यहां की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई हैं, शिक्षा का विकास नहीं हुआ, स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर नहीं हो पाई, बिजली, पानी, सड़क का भी विकास कार्य अधूरा है.
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कड़िया मुंडा का टिकट काटकर अर्जुन मुंडा को टिकट दिया. टिकट कटने के बावजूद संगठन से बगैर नाराज हुए कड़िया मुंडा ने अर्जुन मुंडा को जीत दिलाने के लिए जान लगा दी. कड़िया मुंडा ने खूंटी के बिगड़ते माहौल व भटकते युवाओं पर बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि यहां के नौजवान अवैध अफीम की जद में आ गए हैं. कम समय में ज्यादा पैसे कमाने की लालच ने युवाओं को बिगाड़ दिया है, जो आने वाले दिन के लिए खतरे का संकेत है. घर बैठकर सामाजिक कार्यकर्त्ताओं से मिलकर भटके युवाओं को मुख्यधारा में लाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि अफीम के साथ पकड़े गए युवाओं की पैरवी में आये परिजनो से वो गुजारिश करते हैं कि अफीम छोड़ अन्य फसलों की खेती करें.