खूंटी: 30 सितंबर को खूंटी के अनुमंडल पदाधिकारी, वन विभाग और खनन विभाग ने संयुक्त अभियान में एक दर्जन अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को जब्त किया था. इसके साथ ही बालू उठाव का चालान नहीं दिखाने पर कानूनी कार्रवाई करते हुए दशम फॉल इलाके के कांची नदी तट इलाके से बालू का उठाव कर रहे दिहाड़ी मजदूरों को प्रशासन ने जेल भेजने का काम किया था.
दिहाड़ी मजदूरों को प्रशासन ने भेजा जेल
अब मामले को लेकर दिहाड़ी मजदूरों की पत्नियां छोटे-छोटे बच्चों को गमछा में बांधकर थाना पहुंचने लगी है और गुहार लगा रही हैं कि हमारे परिजनों को जेल में मत डालों अब हम क्या खाएंगे क्या पीएंगे. दिहाड़ी मजदूरों को अवैध बालू उठाव में जेल भेजा जा रहा है और बड़े बालू माफिया अब भी बाहर सक्रिय हैं. दिहाड़ी मजदूरों की पत्नियां पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से परेशान होकर मजदूरों को जेल से बाहर करने की मांग कर रही है.
अवैध बालू उठाव के खिलाफ कार्रवाई
बता दें कि अवैध बालू का उठाव करने में जिला प्रशासन की कार्रवाई से 28 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है. इसी के तहत 28 आरोपियों में अधिकांश नाबालिग है, जबकि कुछ गिरफ्तार हुए दिहाड़ी मजदूरों की पत्नियां अपने छोटे-छोटे बच्चों के संग पहली बार थाना पहुंची हैं.
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बालू का अवैध उत्खनन और उठाव जारी
बालू उत्खनन करने वाले माफिया अब तक जिला प्रशासन की गिरफ्त से दूर क्यों हैं, जबकि लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद बालू का अवैध उत्खनन और उठाव अब भी जारी है. कानून के शिकंजे में सिर्फ दिहाड़ी मजदूर कैसे आ गए जबकि बड़े-बड़े बालू माफिया अब भी घूम रहे हैं. स्थानीय नेता भी मामले को लेकर कहते हैं कि जिला प्रशासन सिर्फ गरीब पर कानूनी शिकंजा कस रही है, जबकि बालू माफिया अब भी बालू की तस्करी करने के धंधे में लिप्त हैं.