खूंटीः जिला में पदस्थापित सीआरपीएफ के टूआईसी पीआर मिश्र को पीएमजी अवार्ड मिला है. इससे अवार्ड से पहले शौर्य चक्र से सम्मानित हो चुके है. एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम मशहूर पीआर मिश्र को अब तक आठ अवार्ड मिल चुके हैं.
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गणतंत्र दिवस के अवसर पर पीआर मिश्र को पीएमजी अवार्ड से नवाजा जाएगा. इस अवार्ड से पहले उन्हें पांच पीएमजी अवार्ड, एक पीपीएमजी (प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री) और एक शौर्य चक्र से नवाजा गया है. गौरतलब है कि पीआर मिश्र जब चतरा में डिप्टी कमांडर के पद पर पदस्थापित थे, तब नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में उन्हें पांच गोलियां लगी. गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद पीआर मिश्र नक्सलियों से मुकाबला करते रहे. इस दौरान उन्होंने एक नक्सली को मार गिराया था.
इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल हुआ था, जिसे सीआरपीएफ ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार नक्सलियों ने बाद में आत्मसमर्पण कर दिया था. हालांकि, मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल पीआर मिश्र तीन माह अस्पताल में रहने के बाद रिकवर हुए थे. अस्पताल से लौटने के बाद खूंटी में एएसपी अभियान का पद संभाला और आज सीआरपीएफ में टुआइसी के पद पर पदस्थापित हैं.
बता दें कि 21 दिसंबर 2020 को पीएलएफआई का कुख्यात नक्सली जिदन गुड़िया को मुठभेड़ में मार गिराया था. जिदन गुड़िया के खिलाफ खूंटी, रांची, चाईबासा, गुमला और सिमडेगा के अलावा झारखंड के अन्य जिलों में 152 केस दर्ज थे. सरकार ने जिदन गुड़िया के खिलाफ 15 लाख का इनाम रखा था, जिसे मुठभेड़ में मार गिराने वालों में सीआरपीएफ 94 बटालियन के टूआईसी पीआर मिश्र, असिस्टेंट कमांडेंट प्रह्लाद सहाय चौधरी के साथ साथ सीआरपीएफ जवान योगेंद्र कुमार, सुशील कुमार चीची, राजू कुमार और जिला पुलिस के एसआई अर्जुन सिंह शामिल थे.