खूंटीः ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस और ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर निकोल्सन लो जिले के दौरे पर हैं(British High Commissioner in khunti). वो नक्सल प्रभावित रनिया आए हुए हैं. यहां वो डाहु पंचायत के गोईलकेरा गांव पहुंचे. जहां जलवायु परिवर्तन और वहां की जीवन पद्धति की जानकारी ली. एक निजी फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डीसी, एसपी समेत जिले के कई बड़े पदाधिकारी कार्यक्रम में शामिल हुए. सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस प्रशासन ने सीआरपीएफ समेत पारा मिलिट्री फोर्स के जवान लगाए हैं. वहीं इनलोगों ने तोरपा प्रखंड के पेरवा घाघ पर्यटन स्थल का भ्रमण किया.
इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने कहा कि यहां आकर बहुत सुखद अनुभूति हो रही है(British High Commissioner in khunti). ब्रिटेन सरकार और भारत सरकार संयुक्त रूप से ग्रामीणों के शिक्षा, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर एक साथ एक निजी संस्था के माध्यम से कार्य कर रही है. विगत कई दशकों से लगातार मौसम में परिवर्तन आने लगे हैं. इससे ग्रामीणों के स्वास्थ्य और विकास पर भी प्रभाव पड़ता है. उन्होंने ग्रामीणों से हिंदी में ही बातचीत करने की कोशिश की और पूछा कि आप सब अंग्रेजी बोलते हैं तो ग्रामीणों ने कहा हिंदी और मुंडारी. गांव के लोग अंग्रेजी नहीं बोलते हैं. फाउंडेशन की एक प्रतिनिधि ने कुछ वाक्यों को हिंदी में अनुवाद कर ग्रामीणों को समझाया.
ब्रिटिश हाई कमिश्नर के साथ डीसी शशि रंजन, एसपी अमन कुमार के साथ जिला प्रशासन की पूरी टीम गोइलकेरा गांव में मौजूद थी. गांव में परंपरागत तरीके से महिलाओं ने ब्रिटिश हाई कमिश्नर का भव्य स्वागत किया. ढोल नगाड़े और मांदर की थाप पर गीत, नृत्य के साथ सांस्कृतिक भेस भूषा में देख मंत्रमुग्ध हो गए. उन्होंने गांव की महिलाओं को खूब सराहा. गांव में पहली बार किसी बड़े अधिकारी के आगमन पर गांव के लोग फूले नहीं समा रहे थे. ब्रिटिश हाई कमिश्नर गांव में लोगों की विभिन्न समस्याओं से रूबरू हुए. लोगों ने गांव में व्याप्त डायन कुप्रथा, बाल विवाह, मनरेगा से संबंधित समस्या, पलायन, जलवायु परिवर्तन जैसे विकट समस्याओं से उन्हें रूबरू कराया.