खूंटीः जिले में प्रशासन और पुलिस विभाग अफीम की खेती के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा (Administration Campaign Against Opium In Khunti) है. अफीम की खेती के दुष्परिणाम और इसके विरुद्ध बने कानूनों की जानकारी देकर लोगों को चेताया और समझाया जा रहा है. जिसका असर अब दिखने लगा है. ग्रामीण अब स्वयं आगे आकर अफीम की फसल को नष्ट कर खेतों में दूसरी फसल लगा रहे हैं. जिले के अड़की प्रखंड में अधिक बदलाव नजर आया है.अड़की के कुछ इलाके में अफीम की खेती किसान खुद नष्ट कर रहे हैं. लोगों में जागरुकता देखी जा रही है.
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पुलिस की निगरानी में खेतों में लगी अफीम को किया नष्टः शनिवार को अड़की में ग्रामीणों ने गांव में लगी अफीम की फसल को हल चलाकर पुलिस की निगरानी में नष्ट (Opium Cultivation Destroyed In Khunti) किया. इस मौके पर लोगों को अफीम की खेती छोड़ अन्य वैकल्पिक खेती जैसे चना, सरसों, लेमन ग्रास, स्ट्रॉबेरी आदि की खेती करने के लिए प्रेरित किया गया. उन्हें भरोसा दिया गया कि अफीम की खेती छोड़ अन्य वैकल्पिक खेती करने के लिए प्रशासन उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगा. बताया गया कि अफीम की खेती करना अपराध है. इसके खिलाफ जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा.
कुल छह एकड़ में लगी अफीम को कराया नष्टः इस संबंध में एसपी अमन कुमार ने बताया कि शनिवार को करीब छह एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि अड़की थानातंर्गत गोवा गांव में पांच एकड़ और सोयको थाना क्षेत्र के जिवरी गांव में एक एकड़ में लगी फसल को ट्रैक्टर से नष्ट किया. जबकि 15 दिनों के भीतर लगभग 45 एकड़ अफीम की फसल नष्ट की जा चुकी है.