खूंटीः जिले के बड़ाइक मुहल्ला और महादेव मन्डा में सरस्वती पूजा धूमधाम के साथ मनाई जा रही है. बड़ाइक टोली में मां सरस्वती की पूजा पंडाल को भव्य तरीके से सजाया गया है. इस दौरान कोविड के मद्देनजर पंडाल के बाहर स्वच्छता और पर्यावरण सुरक्षा का संदेश भी दिया गया है. कोविड के समय खूंटी पुलिस की सक्रियता और सफाईकर्मियों की तत्परता को भी पंडाल के बाहर बेहतर तरीके से प्रदर्शित किया गया है. इसके साथ ही महादेव मन्डा में भारत के सुपरपावर की ओर बढ़ते कदम को भी मिसाइल बनाकर दर्शाया गया है.
खूंटी में अलग-अलग रूप में दिखी 'मां सरस्वती', 30 फीट की प्रतिमा बनी आकर्षण का केंद्र - खूंटी में बसंत पंचमी
मां सरस्वती की पूजा अर्चना खूंटी के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग रूप में देखने को मिल रही है. कई लोग अपने घरों में ही माता की छोटी सी प्रतिमा स्थापित कर सपरिवार पूजा कर रहे हैं. वहीं, मेलाटांड़ और बड़ाईक टोली में 30 फीट की मां देवी सरस्वती की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बन गई.
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30 फीट की मां देवी सरस्वती की प्रतिमा
विद्या, कला, संगीत, नृत्य और साहित्य की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना खूंटी के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग रंग-रूप में देखने को मिल रही है. कई लोग अपने घरों में ही माता की छोटी सी प्रतिमा स्थापित कर सपरिवार पूजा में तल्लीन दिखे. वहीं, मेलाटांड़ और बड़ाइक टोली में 30 फीट की मां देवी सरस्वती की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बन गई. मां देवी की 30 फीट की प्रतिमा के सामने बच्चों के साथ-साथ बड़े भी फोटो शूट कराते नजर आए. बड़ाइक टोली खूंटी में विगत 25 वर्षों से मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती रही है.
छोटे-छोटे पंडालों का निर्माण
मां सरस्वती के लिए छोटे-छोटे पंडालों का भी निर्माण किया गया है. मां सरस्वती को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. बच्चों के साथ-साथ बड़े भी पूजा में पूरे भक्ति और उत्साह के साथ पूजा करते दिखाई दे रहे हैं. वर्षों से चली आ रही परंपरा आज भी उतने ही उत्साह और भक्ति के साथ मनाई जाती है. स्कूल बंद होने के बावजूद बच्चे अपने-अपने गली मोहल्लों में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर उसकी पूजा आराधना कर रहे हैं.