जामताड़ा: जिले में सड़क दुर्घटना के बाद एक आदिवासी युवक को गांव वालों ने बेरहमी से पीट दिया. जिसके बाद युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. मौत की घटना के विरोध में आक्रोशित आदिवासी समाज के लोगों ने सैकड़ों की संख्या में गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य सड़क को घंटों जाम कर आवागमन को बाधित कर दिया. बाद में प्रशासन से आश्वासन के मिलने के बाद आक्रोशित आदिवासी समाज के लोग शांत हुए.
उचित मुआवजा देने की कर रहे थे मांग
उत्तेजित आदिवासी समाज के लोग इस घटना के विरोध में दोषी गांव वाले के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे और दोषी को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे. आदिवासी समाज के लोगों ने इसके लिए सड़क जाम कर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी सुविधा देने की भी मांग की.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार मृतक महेश्वर मुर्मू जो जादूडीह गांव का रहने वाला है. घटना के दिन फुल जोड़ी गांव अपने रिश्तेदार के यहां से मोटरसाइकिल से वापस गांव लौट रहा था. इस दौरान लौटने के क्रम में रास्ते में ही फुलझड़ी गांव में किसी महिला के साथ सड़क दुर्घटना में धक्का लग गया. जिससे दोनों जख्मी हो गए. दुर्घटना के बाद गांव वाले वहां जुट गए और आदिवासी युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की. जिससे वह बेहोश हो गया. बाद में उसे जख्मी हालत में किसी तरह सदर अस्पताल लाया गया. जहां बेहतर इलाज के लिए उसे धनबाद रेफर कर दिया गया. लेकिन धनबाद में भी इलाज संभव नहीं हो पाने के कारण उसे रांची रिम्स ले जाया गया. जहां उसको बचाया नहीं जा सका और युवक ने दम तोड़ दिया.
परिजनों ने गांव वालों पर लगाया आरोप