जामताड़ाः एक तरफ सरकार खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए लाखों करोड़ों खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर जामताड़ा में खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है. खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए जिले के नारायणपुर प्रखंड में लाखों रुपये की लागत से स्टेडियम का निर्माण किया गया, लेकिन आज तक इस स्टेडियम का उपयोग नहीं हो पाया और ना ही आज तक कोई खेल का आयोजन किया गया.
धूल फांक रहा है लाखों की लागत से बना स्टेडियम, अब तक किसी ने नहीं ली सुध - जामताड़ा में लाखों रुपये की लागत से बना स्टेडियम
जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड में लाखों रुपए की लागत से स्टेडियम का निर्माण कराया गया, लेकिन आज तक स्टेडियम का उपयोग नहीं हो पाया और ना किसी ने आज तक इसकी सुध ली. स्थानीय लोग व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और सरकारी पैसे का दुरुपयोग बता रहे हैं.
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गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान
स्टेडियम के निर्माण के समय से ही इसके गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान लगने लगे थे. स्टेडियम बनने के बाद यहां के खिलाड़ियों और युवा खेल प्रेमियों को उम्मीद जगी थी कि अब इस क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों का मौका मिलेगा और खेल को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन उनके सपने अधूरे रह गए.
सरकारी पैसे का दुरुपयोग
सरकारी खर्च के बाद बेहाल स्टेडियम के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि इसमें सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग और बंदरबांट हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेडियम के नाम पर सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है, इसके बनने के साथ ही चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त हो चुका है.