जामताड़ा: अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस हर साल एक मई को मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन की वजह से मजदूर दिवस नहीं मन पाया. आज न तो कोई रैली निकली और न ही किसी तरीके का आयोजन ही हो पाया. हालांकि इस दौरान सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादे तरीके से श्रमिक दिवस मनाया.
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर प्रशासन ने दिया तोहफा, दूसरे राज्य के मजदूरों को भेजा जाएगा घर - कोरोना वायरस
जामताड़ा जिले में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस फीका रहा. लॉकडाउन के कारण मजदूर दिवस नहीं मन पाया. सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने सादे तरीके से इस दिन को मनाया. वहीं, जिला प्रशासन ने इस अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर दूसरे राज्यों के फंसे मजदूरों को घर तक पहुंचाने का तोहफा दिया.
![अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर प्रशासन ने दिया तोहफा, दूसरे राज्य के मजदूरों को भेजा जाएगा घर Workers from other states will be sent home in jamtara](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7017970-218-7017970-1588337199502.jpg)
वहीं, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर जामताड़ा जिला प्रशासन ने लॉकडाउन में दूसरे राज्य के फंसे मजदूरों को सम्मानपूर्वक उनके घर छोड़ने का फैसला लिया है. साथ ही जामताड़ा जिले में मजदूरों को मनरेगा अन्य विशेष योजनाओं के तहत रोजगार उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है. इस मौके पर जामताड़ा जिले के उपायुक्त गणेश कुमार ने सभी श्रमिकों को शुभकामनाएं दी हैं.
उन्होंने कहा कि श्रमिकों की मेहनत के कारण ही देश की बुनियाद टिकी हुई है. उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के मौके पर लॉकडाउन में फंसे दूसरे राज्य के मजदूरों को जिनके 14 दिन पूरा हो चुके हैं और जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है. वैसे प्रवासीय मजदूर को सम्मानपूर्वक गाड़ी से उनके घर छोड़ने का काम किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जामताड़ा जिले में मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने का भी काम किया जाएगा.