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जामताड़ा: थोक विक्रेता आलू के बीज का वसूल रहे ज्यादा दाम, जिला कृषि पदाधिकारी ने मामले से झाड़ा पल्ला - जामताड़ा में आलू के बीज की कीमतें

जामताड़ा में थोक दुकानदार ज्यादा दाम पर आलू के बीज बेच रहे हैं. पहले ₹400 बैग आलू का बीज खरीदते थे. इस साल वही आलू का बीज ₹400 के जगह 1600 से 1700 रुपये बैग हो गया है. दुकानदार किसानों से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं.

Wholesalers are charging higher prices for potato seeds in jamtara
थोक विक्रेता आलू के बीज का वसूल रहे ज्यादा दाम

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Published : Nov 5, 2020, 3:56 PM IST

Updated : Nov 5, 2020, 9:38 PM IST

जामताड़ा: जिले में आलू का बीज काफी महंगा बिक रहा है. नतीजतन किसान महंगे दाम पर आलू का बीज खरीदने को मजबूर हैं. इसका असर आलू की खेती पर पड़ रहा है.

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महंगा होने के कारण कम बीज लेना किसानों की मजबूरी बन गई है. बाजार में आलू का बीज ₹35 किलो और ₹1600 से 1700 बैग बिक रहा है. दुकानदार किसानों से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. इसके बावजूद कीमत को नियंत्रण में करने को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. प्रशासन किसानों की समस्या से बिलकुल बेखबर बनी हुई है.

बीज विक्रेताओं का कहना है कि आलू के बीज की कीमत थोक विक्रेताओं की ओर से ही ज्यादा वसूली जा रही है. नतीजतन बीज को ₹5 से 10 रुपये महंगा बेचना पड़ा रहा है. बीज महंगा होने से किसान कम ही आलू का बीज खरीद रहे हैं. जितनी आलू की खेती वो करना चाहते थे, उतनी नहीं कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि पहले ₹400 बैग आलू का बीज खरीदते थे. इस साल वही आलू का बीज ₹400 के जगह 1600 से 1700 रुपये बैग हो गया है.

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किसान कृषि विभाग को नहीं है सरकार से कोई निर्देश

इस बारे में जब जिले के कृषि पदाधिकारी से संपर्क किया गया और किसानों को आलू के बीज महंगे दाम में खरीदने के बारे में जिला कृषि पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें सरकार से इसको लेकर कोई निर्देश नहीं मिले हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें अधिकार नहीं दिए गए हैं कि बाजार में छापा मार सके. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इसे लेकर वो जिला उपायुक्त से बात करेंगे.


कीमत पर प्रशासन का नहीं नियंत्रण
बाजार में आलू के बीज की कीमत पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है. मनमानी कीमत बीज विक्रेताओं की ओर से वसूली जा रही है. अगर समय रहते प्रशासन और सरकार की ओर से आलू के बीज की कीमत पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो आने वाले समय में किसानों पर तो इसका असर पड़ेगा ही, साथ ही आलू की पैदावार पर भी प्रभाव पड़ सकता है.

Last Updated : Nov 5, 2020, 9:38 PM IST

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