जामताड़ा: शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए सरकार ने करोड़ों की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण करवाया. घर-घर कनेक्शन भी लगवाए गए. इसके जिले के कई इलाकों में चापाकल भी लगाए गए हैं. बावजूद इसके मिहिजाम वासियों को पानी के लिए तरसना पड़ता है.
दरअसल, मिहिजाम में पानी के लिए लोगों को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ती है. इस इलाके के चापाकल अधिकतर खराब पड़े हैं. साथ ही शहरी जलापूर्ति योजना भी नियमित नहीं हो पाती, जिससे कभी पानी आता है तो कभी नहीं आता है. ऐसी स्थिति में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है. गर्मी के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. नदी नाले सूख जाते हैं. चापाकल भी पानी देना बंद कर देता है.