जामताड़ाः जिला का वर्षों पुराना अनुमंडलीय वाचनालय पुस्तकालय भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. पुस्तकालय एवं वाचनालय भवन का हाल बहुत जर्जर है. यह वर्षो से बंद पड़ा हुआ है, ना पुस्तकालय ना वाचनालय है, भवन बिल्कुल जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है.
हाल बदहालः जामताड़ा का अनुमंडलीय पुस्तकालय भवन वर्षों से है बंद, दोबारा शुरू कराने की मांग - जामताड़ा अनुमंडलीय पुस्तकालय भवन समाचार
जामताड़ा का वर्षों पुराना अनुमंडलीय पुस्तकालय-वाचनालय भवन बदहाल अवस्था में है. भवन जर्जर चुका है, वर्षों से वाचनालय पुस्तकालय भवन में ताला लगा हुआ है. लेकिन इसको लेकर ना स्थानीय प्रशासन गंभीर है और ना ही जनप्रतिनिधि.
इसे भी पढ़ें- जामताड़ा: करीब 8 माह बाद रेलवे पैसेंजर ट्रेन का परिचालन हुआ शुरू, लोगों को मिली राहत
जिला बनने के बाद पुस्तकालय वाचनालय भवन पर लगा ग्रहण
उद्घाटन के बाद जब तक जामताड़ा अनुमंडल था इस पुस्तकालय वाचनालय भवन सुचारू रूप से संचालित होता था. लेकिन जिला बनने के बाद अनुमंडलीय पुस्तकालय वाचनालय भवन पर ग्रहण लग गया है. जिला बनने के बाद इस पुस्तकालय भवन में ताला लग गया, उसके बाद से आज तक इसे ना तो दोबारा खोलने का प्रयास किया गया और ना ही प्रशासन के कोई अधिकारी ही इसे फिर से सुचारू से संचालन करने को लेकर कभी दिलचस्पी दिखाई. नतीजा जामताड़ा का वर्षों पुराना पुस्तकालय वाचनालय भवन जो यहां के बुद्धिजीवियों छात्र छात्राओं के लिए काफी लाभदायक साबित होता था, वह वह भी खत्म होते चला गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला बनने के बाद स्कूल कॉलेज छात्र-छात्राओं और लोगों की संख्या बढ़ी है इससे लोगों में काफी मायूसी है. स्थानीय लोग बंद पड़े इससे अनुमंडलीय पुस्तकालय वाचनालय भवन को फिर से चालू करने की मांग की है.