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विजयादशमी पर अपराजिता के पौधे का है विशेष महत्व, जानिए क्या करते हैं भक्त - झारखंड न्यूज

विजयादशमी के दिन अपराजिता के पौधे की पूजा की जाती है(Aparajita plant on Vijayadashami ). भक्त इसे अपने घर में साल भर रखते हैं. मान्यता है कि इससे सुख-समृद्धि का वास होता है.

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Published : Oct 5, 2022, 12:45 PM IST

Updated : Oct 5, 2022, 1:19 PM IST

जामताड़ाः कभी पराजित नहीं होने वाला अपराजिता के पौधा का विजयादशमी के दिन महत्व बढ़ जाता है(special significance Aparajita plant). विजयादशमी के दिन श्रद्धालु पौधे से देवी मां की जात्रा बनाते हैं. मां का आशीर्वाद लेकर साल भर घर में रखते हैं. जिसे लेकर पूजा मंडप दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है. श्रद्धालु अपराजिता के पौधा की पूजा कर देवी मां का आशीर्वाद लेते हैं और जात्रा बनाकर अपने घर में साल भर रखते हैं.

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घर में आती है सुख समृद्धि, हर काम में मिलती है सफलताःऐसी मान्यता है कि विजयादशमी के दिन घट विसर्जन के पहले अपराजिता के पौधे से श्रद्धालु देवी मां की पूजा कर आशीर्वाद लेते हैं और साल भर जात्रा बनाकर घर में रखते हैं. जिससे उनके घर में सुख समृद्धि आती है और हर काम में सफलता मिलती है. श्रद्धालु बताते हैं कि अपराजिता को साल भर अपने घर में रखा जाता है. इससे उनके घर में सुख समृद्धि और बरकत होती है. वहीं पुरोहित जी बताते हैं कि अपराजिता से घर में सुख समृद्धि आती है, हर काम में सफलता मिलती है और विजय की प्राप्ति होती है.

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विजयादशमी के दिन जात्रा बनाने की प्रथा है. कोई नीलकंठ देखकर जात्रा बनाते हैं तो कोई अपराजिता के पौधे से मां का आशीर्वाद लेकर जात्रा बनाते हैं. नीलकंठ देखने के लिए रखा है. बताया जाता है कि इस दिन नीलकंठ के दर्शन होने से साल भर उनका जीवन सुखमय और घर में सुख समृद्धि आती है.
Last Updated : Oct 5, 2022, 1:19 PM IST

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