जामताड़ा: अपने दिव्यांग बच्चे को लेकर एक पीड़ित दंपती न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है. लेकिन ना किसी पदाधिकारी को इनके हाल पर तरस आ रहा है और ना ही इंसाफ मिल पा रहा है. ऐसे में यह दंपती जाए तो जाए कहां.
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क्या है पूरा मामला
मामला करमाटांड़ थाना क्षेत्र के रानीटांड़ गांव का बताया जा रहा है. जहां अपने घर पर नुनू राम पंडित अपनी पत्नी और दिव्यांग बच्चे के साथ रहता है. जब शौच के वो लिए बाहर गया तो गांव के ही एक इतवारी नाम के व्यक्ति ने नुनू राम के घर पर ताला लगा दिया और उनको घर से बेदखल कर दिया. विरोध करने पर आरोपी इतवारी ने कहा कि वह घर उसका है. रोते बिलखते हुए यह पीड़ित परिवार बच्चे के साथ सड़क पर आ गया.
इसके बाद अपने हाल और न्याय को लेकर थाना पहुंचा. एसडीपीओ के पास पहुंचा तो एसडीओ ने संबंधित अंचल अधिकारी को कार्रवाई करने का आदेश भी दिया. लेकिन इस पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है.
क्या कहते हैं पीड़ित दंपती
पीड़ित नुनू राम पंडित आपबीती और व्यथा सुनाते हुए रो पड़ता है और उसकी आंखें डबडबा जाती हैं. अपनी दुखभरी कहानी बताते हुए वो कहता है कि उसके घर में गांव के ही एक दबंग इतवारी पंडित ने ताला मार दिया और रास्ते में दीवार खड़ी कर दी है. विरोध करने पर उसे घर से निकाल दिया और उसे घर में रहने नहीं दिया जा रहा है. अभी तो वो अपने भाई के घर में शरण लिए हुए हैं. लेकिन उनको अब तक न्याय नहीं मिला, एसपीडीसी के पास गए लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता.
भाजपा जिला अध्यक्ष ने कार्रवाई करने की मांग की
पीड़ित परिवार का मामला जब जामताड़ा भाजपा जिला अध्यक्ष के पास पहुंचा. भाजपा के जिला अध्यक्ष ने शीघ्र पीड़ित दंपती के साथ न्याय करने और दोषी पर कार्रवाई करने की मांग की है. भाजपा के जिला अध्यक्ष का कहना था कि ये पीड़ित दंपती अपने दिव्यांग बच्चे को लेकर दर-दर भटक रहे हैं और उनके साथ न्याय नहीं हो रहा है. इंसाफ ना होने पर भाजपा जिला अध्यक्ष ने मामले को लेकर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.