जामताड़ा: जिले के डीवीसी डैम के किनारे स्थित है लादना डैम है. लादना डैम एक विस्थापित गांव के पास है. डीवीसी डैम में जामताड़ा जिले के कई गांव के लोगों की जमीन चली गई है. जिसमें से एक लादना गांव भी है. लादना गांव विस्थापित गांव होने के बावजूद, यहां के लोगों को रोजी-रोजगार के लिए भटकना पड़ता है. रोजगार के लिए गांव के लोग डैम में मछली पकड़ने को मजबूर हैं, जिससे अच्छी आमदनी नहीं हो पाती है.
जिला मुख्यालय से लगभग 8 से10 किलोमीटर दूर स्थित है लादना डैम, इस डैम के किनारे बसा है लादना गांव. इस गांव के लोगों को रोजगार के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. रोजी-रोटी की खातिर यहां के बेरोजगार दिन भर मछली पकड़ने में लगे रहते हैं. इनका कहना है कि मनरेगा के तहत काम कभी कभार मिलता है, लेकिन साल भर काम नहीं मिल पाता है. मजबूरी की वजह से मछली पकड़ने का काम करते हैं.