झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

जामताड़ा के मीट-मछली बाजार में लॉकडाउन की उड़ रही धज्जियां, प्रशासन बेखबर - मीट-मछली बाजार में लॉकडाउन की उड़ रही धज्जियां

लॉकडाउन के दौरान जामताड़ा प्रशासन की ओर से जिले में लोगों को थोड़ी छूट दी गई है, जिसका कुछ कारोबारी फायदा उठाने में लगे हुए हैं. जामताड़ा के मीट-मछली बाजार में कारोबारियों की ओर से नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है, लेकिन इस मामले में प्रशासन पूरी तरह से बेखबर है.

जामताड़ा के मीट-मछली बाजार में लॉकडाउन की उड़ रही धज्जियां
Lockdown violation in Jamtara meat-fish market

By

Published : May 24, 2020, 4:28 PM IST

जामताड़ा: लॉकडाउन में जिले के मीट-मछली बाजार में कारोबारियों की ओर से नियम-कानून को ताक पर रखकर कारोबार किया जा रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. इन कारोबारियों पर स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है. प्रशासन पूरी तरह से बेखबर है.

देखें पूरी खबर

स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़

लॉकडाउन के दौरान जामताड़ा प्रशासन की ओर से जिले में लोगों को थोड़ी छूट दी गई है, जिसका कुछ कारोबारी फायदा उठाने में लगे हुए हैं. जामताड़ा के मीट-मछली बाजार में कारोबारियों की ओर से नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है. वो लॉकडाउन का फायदा उठाकर लोगों से मनमौजी कीमत वसूलने में लगे हैं. उनकी ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, सेनेटाइजर और मास्क का उपयोग भी नहीं किया जा रहा है. खुलेआम बिना साफ-सफाई के जैसे-तैसे मीट-मछली बेची जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है स्वास्थ विभाग की ओर से जांच करने के बाद ही मीट बेचने का आदेश है, साथ ही मीट को ढककर भी रखना है, लेकिन यह सारा नियम सिर्फ सुनने को ही मिलता है. जमीनी हकीकत कुछ और ही है. यह लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है.

ये भी पढ़ें-मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कोरोना योद्धाओं को किया सम्मानित, कहा- झारखंड जल्द होगा कोरोना मुक्त

जिला प्रशासन ने मामले को लिया संज्ञान

जिला उपायुक्त गणेश कुमार ने कहा कि मामले में पशुपालन पदाधिकारी और पुलिस के सहयोग से जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. लॉकडाउन में जामताड़ा में मीट-मछली कारोबारी के लिए छूट दी गई है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, सेनेटाइजर और मास्क का उपयोग करना आवश्यक है, साथ ही मीट को ढककर और बेचे जाने वाले मीट का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद ही बेचना है. नियम-कानून का पालन नहीं होने से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना प्रबल हो गई है, जिसका खामियाजा प्रशासन को भुगतना पड़ सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details