जामताड़ा: अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर जिले में सीटू और सीपीआईएम के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने रैली निकाली और रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने रैली में मजदूरों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. रैली में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक पार्टी का झंडा बैनर लिए चल रहे थे. रैली वीर कुंवर सिंह चौक पर पहुंची, जहां सभी ने जमकर प्रदर्शन किया.
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मजदूरों के शोषण को रोकने की मांग:प्रदर्शन कर रहे सीटू और सीपीआईएम के समर्थक मजदूरों पर हो रहे शोषण को बंद करने और न्यूनतम मजदूरी 600 रुपए देने की मांग कर रहे थे. समर्थकों ने बताया कि महिला हो या पुरुष मजदूर हो, आज मजदूरों के साथ शोषण हो रहा है और न्यूनतम मजदूरी का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है. मजदूर दिवस के मौके पर आज मजदूरों का हक नहीं मिल पा रहा है. समर्थकों ने न्यूनतम मजदूरी 600 रुपए करने और मजदूरों का शोषण बंद करने की मांग की.
मजदूरों को नहीं मिलती न्यूनतम मजदूरी:हर साल 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर मजदूरों के हक और उनके हित की बात बढ़ चढ़कर की जाती है, लेकिन सरकार द्वारा आज मजदूरों की जो न्यूनतम मजदूरी निर्धारित की गई है, वह भी उन्हें नसीब नहीं हो पाता है. यूं तो सरकार द्वारा मजदूरों के शोषण को रोकने और उनकी मजदूरी भुगतान को लेकर श्रम विभाग बनाया गया है. पदाधिकारी भी बैठे हुए हैं. लेकिन, जामताड़ा जिले में सरकारी काम में लगे मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता है. अधिकतर लेबर मजदूरों का श्रमिक कार्ड ही नहीं बन पाता है. सरकार और प्रशासन को मजदूरों का शोषण करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.