जामताड़ा: कोरोना महामारी के इस संकट में कई शिक्षण संस्थान और उससे जुड़े लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा है. लंबे समय से शिक्षण संस्थान स्कूल बंद रहने के कारण बस चालक, बस मालिकों के सामने रोजी रोटी का प्रश्न गहराता जा रहा है. सबसे ज्यादा बस चालकों के सामने परेशानी खड़ी है. बस चालकों को काम न मिलने और वेतन न मिलने के कारण उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई. ऐसे ही जामताड़ा के एक निजी स्कूल की बस चलाने वाले चालक पर भारी आर्थिक संकट है.
जामताड़ा: कोरोना महामारी का शिकार हुआ स्कूल बस चालक, आलू-प्याज बेचकर चला रहा घर - जामताड़ा में कोरोना महामारी का शिकार बस चालक
कोरोना महामारी के कारण कई लोगों की जिंदगी पर पड़ा है. जामताड़ा के एक स्कूल बस चालक को वेतन न मिलने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया है. कामकाज न मिलने के कारण बस चालक आलू प्याज बेचना शुरू कर दिया है.
आलू-प्याज बेचते हुए बस चालक
ये भी पढ़े-नागफेनी के ऐतिहासिक मकर संक्राति मेले पर रोक, पारंपरिक रथ यात्रा पर भी असमंजस
बस चालक भूदेव रवानी स्कूल बस चलाकर ठीक ठाक गुजर बसर कर रहा था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद हो गया और बस चलना भी बंद हो गई. बस मालिक वेतन दे नहीं पा रहे थे और ना ही स्कूल प्रबंधन दे पाया. जिस कारण कामकाज न मिलने पर रोजी रोटी के लिए आलू प्याज बेचना शुरू किया. आज आलू प्याज बेचकर वह जिंदगी चलाने को मजबूर है.