जामताड़ा: जिला में किसानों के धान खरीदारी करने को लेकर खोले गए धान क्रय केंद्र में धान की खरीदारी नहीं हो पा रही है. धान क्रय केंद्र दिखावा बनकर रह गया है. औने -पौने दाम में किसान अपनी फसल को बिचौलियों के हाथों बेचने को मजबूर हो रहे हैं.
जामताड़ा: धान क्रय केंद्र में नहीं पहुंच रहे हैं किसान, बिचौलिए के हाथ धान बेचने को मजबूर
जामताड़ा जिला में धान क्रय केंद्र में किसान नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसकी वजह से बिचौलिए के हाथों से किसान धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं. वहीं इस पर भाजपा के जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है.
किसानों को नहीं जा रहा है मैसेज
धान क्रय केंद्र के प्रबंधक धान क्रय केंद्र में धान खरीदारी करने वाले का कहना है कि धान क्रय केंद्र में किसान का नहीं पहुंचना और धान की खरीदारी नहीं हो पाने के पीछे किसानों को मैसेज नहीं मिलना बताया. उन्होंने बताया कि किसान का अभी रजिस्ट्रेशन चल रहा है. किसानों का रजिस्ट्रेशन होने के बाद उन्हें मैसेज जाता है और 7 दिन के अंदर सूखा धान लाने के लिए कहा जाता है.
भाजपा ने सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
धान क्रय केंद्र में सिर्फ सूखा धान लेने और धान की खरीदारी नहीं हो पाने को लेकर भाजपा ने सरकार पर किसानों के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. भाजपा के जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है. किसानों का धान खेत में सड़ रहा है. किसान त्राहिमाम कर रहे हैं और किसानों का फसल सरकार खरीद नहीं रही है.
12 लाख क्विंटल धान खरीदारी करने का रखा गया है लक्ष्य
धान क्रय केंद्र में धान की खरीदारी न हो पाने एवं किसानों को बिचौलियों के हाथों औने पौने दाम पर फसल बेचने को लेकर जब जिला के कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर पूछा गया तो उनका कहना था कि 12 लाख क्विंटल धान खरीदारी करने का लक्ष्य रखा गया है और पूरे जिले में धान क्रय केंद्र में धान खरीदारी की पूरी तैयारी की गई है. उन्होंने लक्ष्य के अनुरूप धान खरीदारी कर लिए जाने की पूरी उम्मीद जताते हुए बिचौलिया किसान के लिए सार्थक बताया. फिलहाल जामताड़ा में जिस उद्देश्य से धान क्रय केंद्र खोला गया है वह निरर्थक साबित हो रहा है.