जामताड़ा: जिला के सदर अस्पताल में बिना डॉक्टर के ही डायलिसिस सेंटर संचालित किया जा रहा था. डायलिसिस सेंटर में इलाज कराने पहुंचे दुमका के रतन साधु की मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर लापरवाही का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी. मामले में संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन ने जांच कर खुलासा किया कि डायलिसिस सेंटर में डॉक्टर नहीं होने के कारण ही रतन की मौत हुई है. जिला प्रशासन ने फिलहाल डायलिसिस सेंटर को बंद करवा दिया है और सभी कागजात को जब्त कर लिया है.
क्या है मामला
जामताड़ा सदर अस्पताल में संचालित डायलिसिस सेंटर में दुमका के रतन साधु नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. बिना डॉक्टर के ही कंपाउंडर ने रतन का इलाज कर दिया था, जिसके उसकी मौत हो गई. रतन के मौत के परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया था. परिजनों ने डायलिसिस सेंटर में लापरवाही का आरोप लगाया था, जिसके शिकायत पर एसडीओ डायलिसिस सेंटर जांच करने पहुंचे थे. जांच के क्रम में पाया गया कि बिना डॉक्टर के ही डायलिसिस सेंटर संचालित किया जा रहा था.