जामताड़ा: जिले में सदर अस्पताल का डायलिसिस सेंटर डॉक्टर नहीं रहने के कारण फिलहाल बंद पड़ा हुआ है. जिला प्रशासन की ओर से अल्टीमेटम दिए जाने और शीघ्र ही डायलिसिस सेंटर डॉक्टर पदस्थापित के साथ चालू करने का सख्त निर्देश दिए जाने के बावजूद भी कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है. सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर की व्यवस्था इसलिए की गई थी, ताकि इसका लाभ यहां के लोगों को आसानी से मिल सके और डायलिसिस के लिए भटकना न पड़े और बाहर जाने की नौबत नहीं आ पाए. वहीं, डायलिसिस सेंटर तो खुला लेकिन बिना डॉक्टर के ही संचालन होने के कारण बंद करा दिया गया. इसे चालू कराने को लेकर लोग प्रशासन और सरकार से मांग कर रहे हैं ताकि इसका लाभ लोगों को मिल सके.
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संस्था की ओर से संचालित किया जाता है डायलिसिस सेंटर
जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल के डायलिसिस सेंटर का संचालन स्केच संजीवनी नाम की एक संस्था के माध्यम से किया जाता है. इसके साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से इकरार भी किया गया है. डायलिसिस सेंटर के संचालन का जिम्मा और डॉक्टर, टेक्नीशियन की व्यवस्था संस्था की ओर से कराए जाने का जिम्मा है. वहीं, सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर बिना डॉक्टर के ही संस्था की ओर से संचालन किया जाता था. इसका खुलासा तब हुआ जब डायलिसिस सेंटर में एक रतन साधु नाम के एक व्यक्ति की मौत डायलिसिस के दौरान हो गयी. बिना डॉक्टर के ही कंपाउंडर उस व्यक्ति का डायलिसिस किया करता था जिसके बाद उसकी मौत हो गई.