जामताड़ा: जिले में कोयला चोरी और अवैध कोयला ढुलाई थमने का नाम नहीं ले रही है. हालांकि इस पर रोक लगाने के लिए जिला टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है. इसके अध्यक्ष उपयुक्त होते हैं. जामताड़ा उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने जिले के पदाधिकारियों को अवैध कोयला की ढुलाई और चोरी पर रोक लगाने का निर्देश दिया है.
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उपायुक्त के निर्देश का भी नहीं हो रहा पालनःउपायुक्त शशिभूषण मेहरा ने कहा कि अवैध रूप से खनिज की ट्रांसपोर्टिंग पर रोक लगाने के लिए जिले के सभी पदाधिकारियों और थाना प्रभारी को खनन विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. अवैध रूप से बालू, कोयला और पत्थर के खनन के खिलाफ छापेमारी करने और खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए जिला खनन टास्क फोर्स का गठन किया गया है. टीम में डीटीओ, डीएमओ, पुलिस पदाधिकारी और ईसीएल के पदाधिकारी शामिल हैं.
जामताड़ा में नहीं थम रहा खनिजों का अवैध परिवहन और खननःगौरतलब हो कि प्रत्येक माह उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला खनन टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की जाती है. प्रत्येक बैठक में अवैध रूप से खनिज का परिवहन और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करने का संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया जाता है. बावजूद इसपर रोक नहीं लग पा रहा है. जिले में बालू, गिट्टी और कोयला लोड वाहनों का बिना चालान के परिचालन हो रहा है. वहीं वाहनों पर क्षमता से अधिक खनिज लोड कर परिवहन किया जा रहा है. कभी-कभार प्रशासन मामले में कार्रवाई करता है तो कुछ दिनों के लिए अवैध खनिज की ट्रांसपोर्टिंग रूक जाती है, लेकिन पदाधिकारियों के शिथिल होते ही फिर से अवैध खनन और परिवहन का खेल शुरू हो जाता है.