जामताड़ा: सरकारी विभाग की लापरवाही की खबरें तो आपने बहुत पढ़ी और देखी होगी. लेकिन हम जो खबर आपको देने जा रहे हैं वो लापरवाही की अपने आप में अनूठी मिसाल है. दरअसल जामताड़ा में एक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होना था. जिसके लिए जमीन अलॉट हो गया, भवन भी बनकर तैयार हो गया. लेकिन जिस जमीन पर भवन का निर्माण हुआ वो जगह दूसरा था. यानी स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्धारित जगह के बजाय दूसरे जगह पर बना दिया गया.
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स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही: इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहें या उदासीनता, जहां स्वास्थ्य केंद्र भवन बनना था उस जगह स्वास्थ्य केंद्र भवन नहीं बना कर दूसरे जगह निर्माण कार्य कर दिया गया. नतीजा आज स्वास्थ्य केंद्र भवन अधूरा पड़ा हुआ है. इसकी वजह से ग्रामीण जनता को वो सुविधा नहीं मिल रही है जिसकी वो हकदार है. मामला नारायणपुर प्रखंड का है बताया जाता है कि स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए ढकीयारडीह गांव स्थल का चयन किया गया था लेकिन वहां निर्माण कार्य शुरू नहीं कर निकट के गांव नुरगी में भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. जो कि आज भी अधूरा पड़ा हुआ है.
ग्रामीण जनता को नहीं मिल रहा है इसका लाभ: अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण जनता को उठाना पड़ रहा है. स्वास्थ्य केंद्र के अधूरा रहने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. लोगों को छोटी मोटी स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी भटकना पड़ता है. ऐसे में कब अधूरे स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा होगा और कब ये जनता के लिए चालू होगा कहना कठिन है. अधूरे पड़े स्वास्थ्य केंद्र भवन के निर्माण कार्य को लेकर क्षेत्र के संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क साधा गया उनके द्वारा बताया गया स्वास्थ्य केंद्र निर्माण कार्य लिये दूसरी जगह चयन किया गया था .लेकिन किस कारण से नुरर्गी गांव में स्वास्थ्य केंद्र निर्माण कार्य किया गया इसकी जानकारी नहीं है. ना कुछ पता है.