जामताड़ा: जिला में कर्माटाड़ प्रखंड अंतर्गत बिराजपुर गांव में राशन डीलर की ओर से लाभुकों को कम राशन दिया जा रहा है और विरोध करने पर परेशान किया जा रहा है. प्रति कार्डधारी एक से 2 किलो अनाज कार्डधारियों का काट लिया जाता है. जिसका कार्डधारी कोई विरोध करते हैं तो उसका नाम कार्ड से काट दिया जाता है या दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जाता है.
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क्या कहते हैं ग्रामीण कार्डधारी
खाद्य आपूर्ति विभाग (Food Supply Department) की ओर से संचालित राशन डीलरों (Ration Dealer) की ओर से कार्डधारी और लाभुक को जितनी मात्रा में चावल और खाद्य पदार्थ मिलना चाहिए उतनी मात्रा में नहीं दिया जा रहा है. लाभुक बताते हैं कि गांव के राशन डीलर उन्हें राशन कम देते हैं, जितना मिलना चाहिए उतना नहीं मिलता है, उनका हक मारा जाता है. वो इसका विरोध करते हैं तो डीलर या तो उनका नाम राशन कार्ड से काट देता है या दूसरी जगह ट्रांसफर करा देता है.
डीलर के खिलाफ नहीं हो पाई कार्रवाई लाभुक कम राशन दिए जाने और डीलर की मनमानी के खिलाफ शिकायत जिला के उपायुक्त, संबंधित विभाग के पदाधिकारी को दे चुके हैं. लेकिन आज तक ना इसमें कोई सुधार हो पाया है और ना ही डीलर के खिलाफ कोई प्रशासनिक कार्रवाई हो पाई है. जिस कारण लाभुकों परेशान हैं.
भाजपा के जिला अध्यक्ष ने दी चेतावनी
इस मामले को लेकर भाजपा के जिला अध्यक्ष ने जामताड़ा प्रशासन पर स्थानीय कांग्रेस के विधायक के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जिला में पदाधिकारी की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि राशन डीलर गरीबों का हक मार रहे हैं, साथ ही विरोध करने पर उन्हें परेशान भी किया जा रहा है. भाजपा जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर परेशान लाभुकों के साथ न्याय नहीं किया जाता है, डीलर की मनमानी पर रोक नहीं लगाई जाती है तो भाजपा सड़क पर उतरने को बाध्य होगी.
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जामताड़ा में राशन डीलर की ओर से लाभुकों को कम राशन दिए जाने का मामला यह कोई नई बात नहीं है. इसके पहले कई बार मामला सामने आए हैं. शिकायत भी प्रशासन से की गई है और यह जामताड़ा जिला में लगातार जारी है. बावजूद इसके कोई सुधार नहीं हो पा रहा है. सवाल उठता है कि लाभुकों को मिलने वाले राशन काट लिए जाने के बाद आखिर जाता कहां है, यह जांच का विषय है.