जामताड़ा: जिले में सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल मुहैया कराने को लेकर ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत लाखों-करोड़ों राशि खर्च कर जलमीनार का निर्माण कराया गया. लेकिन आज जलमीनार जर्जर हो चुका है. यह वर्षों से बंद पड़ा है.
परेशान ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि शुरुआत में जब यह तैयार हुआ था, तभी कुछ दिनों तक चालू रहा और फिर जब ये बंद हुआ तो बंद ही पड़ गया. ग्रामीणों का कहना है कि यह जलमीनार इतन जर्जर हो चुका है कि कब गिर जाए, यह कहना मुश्किल है. अब वे कुआं, तालाब से पानी की जरूरत पूरा करते हैं. उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.