जामताड़ा: जिले में न्यायिक सेवा की ओर से एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश एबी सिंह मुख्य अतिथि रहे. उन्होंने द्वीप प्रज्जवलित कर शिविर का उद्घाटन किया.
इस शिविर में जामताड़ा कोर्ट के तमाम जज पदाधिकारी, झारखंड आईजी पुलिस कोर्ट के अधिवक्ता, तमाम पुलिस पदाधिकारी बैंक के पदाधिकारी और समाजसेवी बुद्धिजीवियों ने भाग लिया. शिविर में प्रमुख रूप से साइबर अपराध पर लगाम लगाने और रोकथाम के बारे में विभिन्न कानून के पहलुओं और तकनीकी विषयों पर जानकारी दी गई.
साथ ही बैंकों से सहयोग करने पर जोर दिया गया, ताकि साइबर अपराध करने वाले अपराधी बच न सकें. मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने शिविर में साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए जागरुकता अभियान पर विशेष जोर देकर कहा कि साइबर क्राइम के क्षेत्र में जामताड़ा का नाम चर्चित है. इससे राज्य की बाहर बदनामी हो रही है.न्यायाधीश ने कहा कि जामताड़ा का करमाटा, जो ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्म स्थली है. साइबर क्राइम के नाम से मशहूर हो गया है, जो की काफी दुर्भाग्यशाली है.
जामताड़ा में जागरुकता शिविर का आयोजन. न्यायाधीश ने बताया कि साइबर अपराध की प्रवृत्ति भी और उसका तरीका भी दिन पर दिन बदलते जा रहे हैं. इसके लिए न्यायाधीश ने नई-नई तकनीकी की जानकारी होना और अपराध के नए-नए तरीकों के साथ-साथ कानून के बारे में जानकारी होना भी जरूरी बताया.झारखंड पुलिस आईजी नवीन सिंह ने इस तरह के शिविर जागरूकता के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि साइबर अपराध अन्य अपराध की तुलना में एक अलग अपराध है, जिस पर सिर्फ पुलिस के कानून से नियंत्रण नहीं पाया जा सकता है, जब तक सबों का सहयोग नहीं मिले. उन्होंने कहा कि लोगों में जागरुकता पैदा कर इस पर नियंत्रण लाया जा सकता है.