जामताड़ा: कोरोना संक्रमण काल में लोगों को जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पा रही है. समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से लोग या तो निजी वाहन से या फिर अन्य वाहन से मरीज को अस्पताल लेकर पहुंच रहे हैं. समय पर लोगों को एंबुलेंस सेवा मिले इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. ऐसे में लोगों में नाराजगी है.
ये भी पढ़ें-तैयारी ऐसी तो भगवान भरोसे भी कोरोना से नहीं बचेंगे लोग, रेलवे स्टेशन के बाहर उड़ती है गाइडलाइन की धज्जियां
समय पर नहीं मिलती एंबुलेंस सेवा
कोरोना महामारी संक्रमण के बीच जरूरतमंद कोविड मरीजों को निशुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना है, लेकिन जिले में लोगों को एंबुलेंस सेवा का लाभ समय पर नहीं मिल पाता है. जिससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अन्य साधन से मरीजों को अस्पताल ले जाते हैं परिजन
समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने पर कई बार मरीजों की रास्ते में ही जान चली जाती है. कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस और गाड़ी नहीं मिलने पर मरीजों को उसके परिजन ठेला या रिक्शा पर ले जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं. फिर भी प्रशासन नहीं चेत रहा है.
ये भी पढ़ें:झारखंड में आदिवासियों का है बुरा हाल!, नहीं है एंबुलेंस की व्यवस्था, खटिया से ग्रामीण ले जाते हैं शव
निजी काम में उपयोग लाने का लगाया आरोप
इस मामले पर भाजपा के जिला अध्यक्ष विनोद झत्री ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने विधायक और सांसद निधि से सामाजिक संगठनों को उपलब्ध कराए गए एंबुलेंस का उपयोग निजी काम में लाने का आरोप लगाया है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 108 और सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था
कहने के लिए तो जामताड़ा जिले में स्वास्थ विभाग की ओर से 108 एंबुलेंस के अलावा शव वाहन और कई सरकारी एंबुलेंस सेवा के लिए है. हालांकि इनमें से अधिकतर सरकारी एंबुलेंस खराब पड़े हैं. देखरेख के अभाव में मरम्मत नहीं होने के कारण कई एंबुलेंस खराब पड़े हुए हैं.