जामताड़ा: ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के आह्वान पर जामताड़ा में पीडीएस दुकानदारों की हड़ताल ने और जोर पकड़ लिया है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खाद्यान्न नीति के विरोध में गुरुवार को राशन डीलर्स का प्रदर्शन हो रहा है. बता दें कि उनके तीन दिन की हड़ताल से जिला में राशन का वितरण बंद है.
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झारखंड के राशन डीलर्स 72 घंटे का ई-पॉश मशीन से राशन वितरण नहीं कर रहे हैं, उन्होंने काम बंद कर हड़ताल किया है. इस कारण जामताड़ा के राशन डीलर भी 72 घंटे का राशन वितरण नहीं किया, जिसके कारण तीन दिन से राशन दुकान बंद हैं. इस आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए जिला के राशन दुकानदार गुरुवार को सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. जामताड़ा जिला फेयर प्राइस जिला स्टेशन के सदस्यों ने सभी जिला के हड़ताली राशन डीलर्स रैली निकालकर जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
खाद्यान्न नीति का विरोधः ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खाद्यान्न नीति का विरोध कर रहा है. इसी कड़ी में पूरे देश में आंदोलन चलाया जा रहा है. जिसके तहत झारखंड के जामताड़ा जिला में 72 घंटे तक अनाज का वितरण ठप रख कर हड़ताल किया. 7, 8 और 9 फरवरी से राशन डीलर्स ई-पॉश मशीन से राशन का वितरण नहीं कर रहे हैं. जामताड़ा में लगभग 624 राशन डीलर हैं, जिनके हड़ताल से गरीबों को सरकारी राशन वितरण का काम प्रभावित हो रहा है.
गरीबों का राशन वितरण ठपः राशन डीलरों के आंदोलन के कारण सरकार द्वारा गरीबों को राशन दुकानदार से दी जाने वाली अनाज का वितरण ठप हो गयी है. इस वजह से राशन डीलर के पास से मिलने वाले अनाज से गरीब लाभुकों को वंचित रहना पड़ रहा है.
22 मार्च को संसद घेरावः पूरे देश में करीब साढ़े 5 लाख राशन डीलर हैं जबकि झारखंड में 26 हजार राशन डीलर हैं. इन सभी ने एक साथ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है. 72 घंटे की हड़ताल के बाद देशभर के राशन डीलर्स ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के आह्वान पर 22 मार्च को संसद घेराव करने का फैसला लिया है. इस झारखंड समेत देशभर के पीडीएस दुकानदार अपना विरोध जताएंगे.