जामताड़ा: खनिज संपदा के रूप में प्रसिद्ध झारखंड अब कृषि के क्षेत्र में भी पहचाना जाने लगा है. अब झारखंड के किसान खुशहाल होने लगे हैं. आने वाले समय में झारखंड कृषि के क्षेत्र में अग्रणी राज्य की श्रेणी में गिना जाएगा. ये सारी बातें कृषि मंत्री ने कही.
कृषि मंत्री रणधीर सिंह का बयान जामताड़ा में कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने अपने साढ़े 4 साल के कार्य काल में किए गए सरकार के उपलब्धियों और कृषि के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कल तक झारखंड खनिज संपदा के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब यह कृषि के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना रहा है. उन्होंने कहा कि 2015 में वे अपने सहयोगी विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होकर राज्य में एक स्थिर सरकार बनाने का काम किया है.
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रणधीर सिंह ने कहा कि सरकार ने उन्हें कृषि मंत्रालय का पद दिया था, लेकिन पहली बार वे विधायक चुने गए थे और नया मंत्रालय मिलने से उनके पास अनुभव की कमी थी. बावजूद इसके उन्होंने कृषि के क्षेत्र में रिकॉर्डतोड़ काम किया है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं को किसानों के लिए उन्होंने धरातल पर उतारने का काम किया है. यही कारण है कि 2017 में केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को कृषि कमल पुरस्कार से पुरस्कृत किया, साथ ही 2018 में झारखंड को रिकॉर्डतोड़ धान उत्पादन के लिए डेढ़ करोड़ और प्रशस्ति-पत्र के लिए चुना गया.
बता दें कि कृषि मंत्री रणधीर सिंह सारठ विधानसभा सीट से झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने. बाद में वे अपने छह विधायक के साथ झारखंड विकास मोर्चा को छोड़ भाजपा का दामन थामे. इस दौरान उन्हें कृषि मंत्री पद का दायित्व मिला, जिसे मंत्री ने बखूबी निभाया. आने वाले विधानसभा चुनाव में वे अपने इसी कार्य और विकास के बल पर विधानसभा चुनाव के नैया पार करने के फिराक में हैं.