हजारीबाग: जिले के बरही थाना में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. जानकारी मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा पुलिस प्रशासन पर फूट पड़ा और ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क कर दिया. इस दौरान परिजनों ने बरही थाना पुलिस के पदाधिकारियों पर युवक की अत्यधिक पिटाई करने का आरोप लगाया है. साथ ही इस दौरान नाराज ग्रामीणों ने बरही पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं मौके की नजाकत को देखते हुए जिले के एसपी मनोज रतन चोथे मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझाने में जुट गए.
हजारीबाग में पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों ने शव के साथ किया सड़क जाम, कहा- पुलिस की पिटाई से हुई युवक की मौत
हजारीबाग में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई है. मामले में परिजनों ने पुलिस पर युवक की अत्यधिक पिटाई करने का आरोप लगाया है. परिजनों ने मामले को लेकर जमकर हंगामा किया और शव के साथ घंटों सड़क जाम कर दिया.
जानें क्या है पूरा मामलाः जानकारी के अनुसार मोहम्मद अशफाक नामक शख्स को बरही पुलिस ने बरही के कृष्णापुरी मोहल्ला में चोरी करने के आरोप में सोमवार को हिरासत में लिया था. रात भर युवक पुलिस हिरासत में था, लेकिन मंगलवार की सुबह पुलिस युवक को बरही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में छोड़ कर चली गई. हालांकि अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि जिस वक्त पुलिस युवक को अस्पताल लायी थी, उस वक्त युवक की स्थिति कैसी थी.
परिजनों का आरोप-थाने में अत्यधिक पिटाई से हुई युवक की मौतः वहीं परिजनों का आरोप है कि थाने में युवक की बेरहमी से पिटाई की गई थी. इस कारण थाने में ही युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस उसके शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरही में छोड़ कर अपना पल्ला झाड़ लिया. परिजनों का कहना है कि युवक अगर कोई गलती किया था तो उसे जेल भेजना चाहिए था, ना की उसकी अत्यधिक पिटाई करनी चाहिए थी. मामले की नजाकत को देखते हुए हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चोथे मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझाने में लग गए हैं. खबर लिखे जाने तक सड़क जाम जारी था और एसपी मनोज रतन चोथे परिजनों और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. वहीं परिजन मामले की जांच की मांग और दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.