हजारीबाग:घर-घर पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा कई योजनाओं की शुरुआत गई है. इन्हीं योजनाओं के तहत लघु ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना (Small Rural Piped Water Supply Scheme) के जरिए ग्रामीणों के घर तक पेयजल पहुंचाना है. इस बाबत ग्रामीण क्षेत्रों में जल मीनार बनाया गया. जिसे सोलर पावर के जरिए चलाना था. हजारीबाग के कई गांवों में जलमीनार भी बनाए गए. इचाक प्रखंड के बरका खुर्द गांव में भी जलमीनार बनाया गया, लेकिन वह सालों से खराब पड़ा है. ग्रामीणों ने बताया कि 5 साल पहले जलमीनार बनाया गया था. जो महज 6 महीने चला. जगह-जगह पाइप टूट गए. इस संबंध में मुखिया से लेकर प्रखंड पदाधिकारी से गुहार लगाया गया, लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली.
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पेयजल की समस्या पर ग्रामीणों में आक्रोश:ग्रामीण कहते हैं कि अब मुखिया का चुनाव होने वाला है. ऐसे में फिर से उम्मीदवार हमारे दरवाजे पर आएंगे और लोक लुभावन वादा भी करेंगे, लेकिन वर्तमान मुखिया ने यह सोचा तक नहीं की गांव में पेयजल की किल्लत (water crisis in hazaribagh) है. चापाकल खराब हो चुके हैं और कुआं अब दिखता नहीं है. इसके बावजूद जलमीनार ठीक नहीं करवाया जा रहा है. ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने कही कि जलमीनार बन जाता तो लोग दूर-दराज से पानी लाने को मजबूर नहीं होते और ना ही रोजमर्रा के कामों में परेशानी होती.
जिला प्रशासन ने किया आश्वस्त:गर्मी में पेयजल की समस्या ना हो इसे लेकर जिला प्रशासन पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल द्वारा नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है. इसलिए संपर्क सूत्र भी सार्वजनिक किया गया है. केंद्रीयकृत जिला नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 06546-262291 पर पेयजल संबंधित समस्या की जानकारी उपलब्ध कराई जा सकती है, लेकिन इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. वहीं उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि पेयजल को लेकर समस्या नहीं होगी. जल्द ही पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर कोषांग का गठन किया गया था, लेकिन स्थिति प्रतिकूल है.