गिरिडीह: बगोदर के रहने वाले विनय निरंजन ने फिल्म इंडस्ट्री में इंट्री की है. फिल्म इंडस्ट्री में कोई परिचित के नहीं रहने के बावजूद उन्होंने अपने बलबूते इंट्री मारी है. फिल्मी दुनिया में इंट्री मारकर उन्होंने इलाके का नाम रोशन किया है.
विनय निरंजन आज हिन्दी फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में काम कर रहे हैं. चर्चित फिल्म दृश्यम समेत कई फिल्मों के लिए उन्होंने सहायक डायरेक्टर के रूप में काम किया है. इसके अलावा वे लेखन के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं. अमर गीत नेस्ट शीर्षक से उन्होंने एक किताब भी प्रकाशित की है.
ये भी पढ़े-आज भी विकास की बाट जोह रहा 'भगवान' का गांव, बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा बिरसा मुंडा का गांव
थियेटर से की थी शुरुआत
विनय निरंजन ने अपनी करियर की शुरुआत थियेटर से की है. स्थानीय स्तर पर पढ़ाई पूरी करने के बाद एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने के अहमदाबाद चले गए. इसी बीच थिएटर से भी लगाव हुआ. 'द थर्ड बेल' संस्था से जुड़कर स्टेज प्ले में लेखन और निर्देशन का काम किया. आईआईटी के कल्चरल फेस्ट में फर्स्ट प्राइज हासिल किया.
इसी बीच सिनेमा से जुड़ाव हुआ. फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप को अपना आदर्श मानने वाले विनय निरंजन ने यूनिवर्सिटी से डिग्री पूरा करने के बाद मुंबई की ओर रुख किया.
कई फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया
उन्हें सहायक निर्देशक के रूप में काम करने का मौका मिला. 'यूनिवर्सल स्टूडियोज' के साथ म्यूजिक वीडियो में सहायक निर्देशक के रूप में काम करने को अभी तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. इससे पहले उन्होंने ये कैसा टिगदम, दृश्यम, आइस केक, स्टेट ऑफ सीज 26/11, भौकाल 2, में सहायक निर्देशक के रूप में कार्य कर चुके हैं. साथ ही शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, म्यूजिक वीडियो का निर्देशन कर चुके है.
कई फिल्मों में कर चुके हैं काम लेखक भी हैं
बतौर विनय एक लेखक के तौर पर भी काम करते हैं. अभी उनकी एक किताब 'अमर-गीत नेस्ट' के नाम से पब्लिश हो चुकी है, जो अमेजन और फ्लिपकार्ट पर बिक रही है. उन्होंने बताया कि स्कूली शिक्षा के समय से हीं उन्हें लेखन का शौक था और उस समय क्षेत्रीय एक अखबार के पाठकनामा कॉलम में वे लिखा करते थे.
उन्होंने बताया कि सपना है कि आगे चल कर अच्छी फिल्म बनाई जाए. इसके लिए मेहनत और प्रयास अभी भी जारी है. कोरोना काल के कारण वे फिलहाल बगोदर पहुंचे हुए हैं.