हजारीबाग: कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हुई परिस्थिति को लेकर राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री आहार योजना की शुरुआत की गई है. इसे लेकर सोमवार को जिले के चौपारण प्रखंड के झापा पंचायत में बरही विधायक उमाशंकर अकेला की ओर से पैकेट वितरण कार्यक्रम में लोगों ने जमकर हंगामा किया.
चौपारण प्रखंंड के झापा पंचायत में मुख्यमंत्री आहार योजना के तहत 131 पैकेट अनाज का वितरण बरही विधायक उमाशंकर अकेला के हाथों से होना था, लेकिन प्रवासी मजदूर और उनके परिजनों ने पैकेट न लेते हुए जमकर बवाल काटा. साथ ही ग्रामीणों ने राशन पैकेट वितरण में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि वैसे प्रवासी मजदूर जिनका नाम सूची में शामिल था, उनका नाम हटाकर किसी अन्य का नाम इसमें शामिल कर उन्हें फायदा पहुंचाने का षड्यंत्र चल रहा है.
ये भी पढ़ें- कोडरमा में तस्करों के चंगुल से आजाद हुई चार नाबालिग लड़कियां, बाल व्यापार के लिए ले जा रहा था दिल्ली
इधर, राशन वितरण को लेकर हुए विवाद में पंचायत सेवक गुरु चरण सिंह ने बताया कि उन्हें ब्लॉक से जो सूची मिली थी उसी के आधार पर वे राशन वितरण कर रहे थे, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. इस मामले को लेकर विधायक उमाशंकर अकेला ने बताया कि सूची में हुई गड़बड़ी का जिम्मेवार पंचायत सेवक है. जिसके बाद विधायक ने अगली सूची आने तक राशन वितरण पर रोक लगा दिया है. उन्होंने कहा कि बीडीओ की ओर से अब नई लिस्ट मिलने के बाद ही राशन का वितरण किया जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री आहार योजना के अंतर्गत वैसे प्रवासी मजदूर जिनका नाम रजिस्टर्ड हैं, उन्हें 10 किलो चावल, 2 किलो दाल 1 लीटर सरसों का तेल और 1 किलो नमक सरकार की तरफ से दी जा रही है.