हजारीबागः झारखंड में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. प्रत्याशी नामांकन कर रहे हैं तो दूसरी ओर डोर टू डोर कैंपेनिंग भी बढ़ता जा रहा है. हजारीबाग के इचाक प्रखंड के दरिया पंचायत में भी चुनाव की गतिविधि तेज हो है. लेकिन जानकर आश्चर्य होगा कि दरिया पंचायत के दरिया गांव के लोगों ने आपस में ही गुप्त मतदान किया है. जिसमें तय किया जा रहा है कि जिस प्रत्याशी को सर्वाधिक मत मिलेगा, वही चुनाव लड़ेगा. क्या है पूरा माजरा देखते ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट के जरिए.
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हजारीबाग में गांव की सरकार बनाने के लिए कवायद आए तेज हो गयी है. प्रत्याशी अपनी ताकत चुनाव जीतने में झोंक रहे हैं. एक पंचायत में कई गांव होते हैं. लगभग हर एक गांव से कोई ना कोई उम्मीदवार भी चुनावी जंग में जरूर उतरता है. एक गांव से भी कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में रहते हैं. ऐसे में चुनाव में वोट बंट जाते हैं. इस परेशानी से निपटने के लिए हजारीबाग के इचाक प्रखंड के दरिया पंचायत के दरिया गांव के लोगों ने एक अनोखी तरकीब निकाली है.
दरिया गांव के लोगों ने उम्मीदवारों के बीच ही गुप्त मतदान करा दिया. जिसमें तय किया गया कि जो उम्मीदवार सर्वाधिक वोट लाएगा वही चुनाव मैदान में खड़ा होगा. दरिया गांव के वृद्ध वोटर ने बताया कि पिछली बार गांव के कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतर गए. जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ा और दूसरे गांव का उम्मीदवार मुखिया निर्वाचित हो गया. इस समस्या को देखते हुए उन लोगों ने यह तरकीब निकाली है.
दरिया पंचायत महिला आरक्षित है. चार महिला चुनावी मैदान में उतर रही हैं, जिसमें रेशमी देवी, बबीता देवी, कंचन कुमारी सोनी और वीणा महतो शामिल है. ग्रामीणों ने इन चारों के नाम पर वोटर लिस्ट बनाया. यह तय किया गया जो उम्मीदवार सर्वाधिक उपयुक्त लगता है उसके सामने टिक लगाना है. जिसे सबसे अधिक वोट मिलेगा वह चुनाव लड़ेगा. गुप्त मतदान के दौरान वीणा महतो को सर्वाधिक 481 मत प्राप्त हुए, रेशमी देवी को 361, बबीता देवी को 196 और कंचन कुमारी को 140 वोट मिले हैं.
वीणा महतो के पति बताते हैं कि उन लोगों ने कोशिश की है कि उनके गांव से एक ही उम्मीदवार चुनाव में जाए. इसको लेकर वो लोग प्रयासरत भी हैं. उनका गांव दरिया पंचायत का सबसे बड़ा गांव है. एक उम्मीदवार अगर चुनाव में उतरेगा तो उसे पूरा गांव का समर्थन मिलेगा. दरिया गांव का ही उम्मीदवार दरिया पंचायत का मुखिया बनेगा. एक नया प्रयोग हजारीबाग में देखने को मिला. चुनाव के पहले ही गांव के लोगों ने चुनाव कराकर यह तय किया कि हमारा उम्मीदवार कौन होगा.