हजारीबाग:जिले में खेती मानसून पर ही निर्भर है. इस बार 13 जून को ही मॉनसून हजारीबाग में प्रवेश कर गया है, जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं. बिचड़ा खेतों में अब लगाना शुरू हो गया है. ऐसे में किसान कहते हैं कि इस बार ऊपर वाले की दुआ से मॉनसून अच्छा हुआ है, अब हमारा खेती भी अच्छा होगा और हम पैदावार भी अच्छा कर पाएंगे.
हजारीबाग की आधी से अधिक आबादी खेती कर ही जीवन यापन करते हैं. उनका कहना है कि इसी खेती पर उनका साल भर का जीवन आश्रित रहता है, बच्चों को पढ़ाने से लेकर खाना, त्यौहार सब इसी पर निर्भर है. किसानों को इस बार अच्छी फसल होने की उम्मीद है.
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वहीं, कृषि पदाधिकारी कहते हैं कि हम लोग ऊपर वाले से यही दुआ करते हैं कि मॉनसून अच्छा हो ताकि धान की खेती अच्छा हो, हम लोगों को इस बार 84 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती करने का लक्ष्य दिया गया है, जिसमें 70 से 80% टारगेट पूरा कर चुका है, बिछड़ा भी तैयार हो चुका है और खेतों में लगाया भी जा रहा है. उन्होंने कहा कि अच्छा मॉनसून होने से किसानों के साथ-साथ हमारा भी मनोबल ऊंचा हुआ है, सरकार की ओर से जो किसानों को लाभ देना होता है वो दिया जा रहा है.