कांग्रेस नेता और आरोपी के भाई का बयान हजारीबाग: कांग्रेस नेता प्रकाश कुमार के ऊपर गोली चलने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. आरोपी अशोक साव के भाई तपेश्वर साव ने गोलीबारी पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह जमीन उनकी मां के नाम पर है और पूरा जमीन खतियानी है. प्रकाश कुमार हमेशा गुंडागर्दी करने के लिए आते थे और डराते थे. साथ ही पैसे और पार्टी की धमकी दी जाती थी.
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तापेश्वर साव ने कहा कि मार्च महीने में भी चारदीवारी तोड़ी गयी थी. घटना के दिन भी जेसीबी मशीन लाकर प्रकाश कुमार ने चारदीवारी तोड़ दी. इसी दौरान प्रकाश कुमार के दोस्तों ने फायरिंग कर दी. उन्हें डराने और भीड़ को तितर बितर करने के लिए अशोक साव ने अपने लाइसेंसी बंदूक से एयर फायरिंग की थी. प्रकाश कुमार उनके ही आदमियों के गोली चलाने से घायल हुए हैं. आरोपी अशोक कुमार के भाई तपेश्वर साहू ने यह भी कहा कि यह पूरा मामला कोर्ट में है. ऐसे में उन्हें जेसीबी लाकर काम नहीं करना चाहिए था.
इस मामले में हजारीबाग जिला कांग्रेस के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार यादव ने इस घटना पर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है. उन्होंने कहा कि जिले में भू माफिया इस कदर हावी हो गए हैं कि थाना और अंचल उनके कब्जे में है. भू-माफिया गुंडागर्दी कर जमीन हड़पने का काम कर रहे हैं. इस बाबत रविवार को हजारीबाग के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और 20 सूत्री के सदस्य प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुलाकात भी करने जा रहे हैं. उन्हें हजारीबाग की वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी देंगे.
शैलेंद्र कुमार यादव ने जिला प्रशासन से मांग की है कि हजारीबाग में जितने भी भू माफिया हैं उनके नाम सार्वजनिक किए जाए और थाने में उनकी तस्वीर के साथ नाम भी लगाए जाएं, ताकि लोगों को जानकारी हो कि कौन से क्षेत्र में कौन सा भू माफिया हावी है. यही नहीं हजारीबाग जिला कांग्रेस कमेटी प्रदेश स्तरीय नेता से हजारीबाग में हुए गोलीकांड को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे. उनका कहना है कि भू माफिया के कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही है. पदाधिकारी भूमिया के संरक्षण में काम कर रहे हैं. इस कारण कार्रवाई भी नहीं हो रही है. इस बाबत 15 दोनों का अल्टीमेट प्रशासन को दिया गया है कि वह माफिया का नाम उजागर करते हुए कार्रवाई करें.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रकाश कुमार का डेढ़ साल पहले से ही विवाद चल रहा था. इस मामले में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और थाना को आवेदन भी दिया गया था. लेकिन मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. जिसके कारण प्रकाश कुमार आज अस्पताल में हैं.
इधर, इस पूरे प्रकरण में कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड होने के बाद यह पूरी घटना हजारीबाग जिले में सुर्खियों में है. कोर्रा थाना प्रभारी उत्तम कुमार बहुत ही चर्चित पुलिस पदाधिकारी रहे हैं.