हजारीबाग: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक सरयू राय हजारीबाग पहुंचे, जहां उन्होंने कुछ देर परिसदन में विश्राम किया. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की और अपनी पुस्तक मैनहर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी बातें बेवाक तरीके से रखी. इस दौरान उन्होंने पिछली सरकार पर कटाक्ष किया तो वर्तमान सरकार पर भी निशाना साधा.
विधायक सरयू राय ने मैनहर्ट घोटाले के बाद राज्य में खनन घोटाले का मामला खोलने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही खनन घोटाला को लेकर भी वे किताब लिखने का काम करेंगे. हजारीबाग परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राय ने कहा कि वे पहले भी कह चुके हैं कि खनन विभाग में कई अवैध कार्य होते रहे हैं.
मंत्रिमंडल की बैठक में भी वह कह चुके हैं कि जिन्हें जेल जाना है वह हस्ताक्षर करें. उन्हें तो जेल नहीं जाना है, इसलिए उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किया. ऐसे में वे पूरे मामले की को लेकर किताब लिखने वाले हैं. उन्होंने बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाने के मामले में हो रही के बाबत पूछने पर कहा कि उनका पहले से ही मानना है कि विधानसभा अध्यक्ष इन मामलों में परंपरा से अलग हटकर निर्णय लें.
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को इस बाबत निर्णय जल्द लेना चाहिए, साथ ही भाजपा को भी इस मामले में हठ का रूख त्याग कर कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दूसरे किसी व्यक्ति को भाजपा विधानसभा में विपक्ष का नेता बना सकती है और बाबूलाल को नियंत्रक बनाकर काम कर सकती है.
कोरोना काल में अस्पतालों की अव्यवस्था की चर्चा किए जाने पर राय ने कहा कि सरकार को नियंत्रण के बजाय सुविधाएं बढ़ाने पर जोर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जल्द ही 1000 बेड की व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि कोरोना के मरीजों को तत्काल सुविधा मिल सके.
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